रायपुर। दन्तेवाड़ा के बाद चित्रकोट उपचुनाव में हार से छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा में मायूसी छाई हुई है । भले भाजपा के वरिष्ठ नेता बस्तर की इन दोनों सीटों में हार को लेकर अलग अलग तर्क दे रहे हैं कि सत्ता का दुरुपयोग कर कांग्रेस ने चुनाव जीता है लेकिन सच्चाई ये कि बस्तर की जनता ने भाजपा को पूरी तरह से नकार दिया है ।
यह भी पढ़ें —निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हरियाणा में भाजपा की सरकार बनना लगभग तय, इन निर्दलीयों ने दिया समर्थन…देखिए
दोनों उपचुनाव में हार भाजपा के लिए चिंता की बात है, शायद यही वजह है कि भाजपा नगरीय निकाय चुनाव के पहले बस्तर में हुई इन दोनों हार की समीक्षा करेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अब मंथन की जरूरत है। BJP दीपावली के बाद दन्तेवाड़ा और चित्रकोट उपचुनाव की हार की समीक्षा करेगी ।
यह भी पढ़ें — सीएम ने कहा वे हार गए तो अंगूर खट्टे हैं, सरकार की नीतियों पर जनता ने लगाई मुहर
इसके पहले दन्तेवाड़ा और चित्रकोट चुनाव के भाजपा प्रत्याशियों से हार की वजह की रिपोर्ट मांगी गई है। बस्तर के दोनों उप चुनाव में मिली हार ने ये बात भी साबित कर दी है कि प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी अपने ही गढ़ के दोनों टॉस्क में फेल हो गए है ।
<iframe width=”892″ height=”502″ src=”https://www.youtube.com/embed/ln_hj5MudaE” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>