व्हाइट हाउस से आया बड़ा बयान, भारत समेत पड़ोसी देशों के खिलाफ आक्रामक रवैया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का असली चेहरा | Big statement from White House, aggressive attitude against neighboring countries including India, the real face of China's Communist Party

व्हाइट हाउस से आया बड़ा बयान, भारत समेत पड़ोसी देशों के खिलाफ आक्रामक रवैया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का असली चेहरा

व्हाइट हाउस से आया बड़ा बयान, भारत समेत पड़ोसी देशों के खिलाफ आक्रामक रवैया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का असली चेहरा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:18 PM IST, Published Date : July 2, 2020/9:51 am IST

वाशिंगटन। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायले मैकनेनी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि भारत और क्षेत्र में अन्य देशों के खिलाफ बीजिंग का आक्रामक रवैया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का असली चेहरा है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में हुई हिंसक झड़प पर उन्होंने कहा कि अमेरिका स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और उसके शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है।

ये भी पढ़ें:चीनी एप्लीकेशन को बैन किए जाने पर भारत के समर्थन में आया अमेरिका, कहा- बढ़ेगी…

मैकनेनी ने कहा, भारत और चीन के संबंध में, हम स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं। राष्ट्रपति भी ऐसा ही कर रहे हैं और उनका कहना है कि चीन दुनिया के अन्य हिस्सों में जिस तरह की आक्रामकता दिखा रहा है, वैसा ही आक्रामक रवैया उसने भारत-चीन सीमा पर अपनाया है। ये हरकतें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के असली चेहरे को दिखाती हैं। 

ये भी पढ़ें: भारत के खिलाफ चीन-पाक की शातिर चाल? LOC पर 20 हजार सैनिक तैनात

इससे पहले अमेरिका के कई सांसद भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएससी) पर चीन के रवैये को लेकर चिंता व्यक्त कर चुके हैं। कोरोना वायरस और अमेरिका-चीन संबंधों पर सुनवाई के दौरान ‘हाउस सेलेक्ट इंटेलिजेंस कमेटी’ के अध्यक्ष एवं सांसद एडम शिफ ने कहा, पिछले एक महीने में, चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हिंसक झड़प में लिप्त है, जिसके परिणामस्वरूप भारत के कई जवान मारे गए हैं और चीन के सैनिक भी हताहत हुए हैं हालांकि उसने उनकी संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। 

ये भी पढ़ें: चीनी एप्लीकेशन बैन किए जाने के बाद सामने आई घबराहट, दे रहा WTO नियम…

 इससे पहले, बुधवार को इस मामले में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत के फैसले पर कहा कि भारत का एप्स को हटाने का दृष्टिकोण भारत की संप्रभुता को बढ़ावा देगा और अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देगा। गौरतलब है 15 जून को गलवां घाटी में हुई खूनी झड़प में भारत के 20 सैनिकों की शहादत के बाद से भारत और चीन के बीच में तनाव बढ़ गया है, भारत में भी जनता लगातार चीन के सामानों के बहिष्कार समेत कई आंदोलन चला रही है। भारत सरकार ने टिकटॉक समेत चीन के कुल 59 एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।