मुंबई। कोरोना संकट के बीच भारतीय स्टेट बैंक ने दो बड़े फैसले लिए हैं। दरअसल बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड ब्याज दर (एमसीएलआर) में बड़ी कटौती की है। इसके अलावा बैंक ने एमसीएलआर के रेट में भी बदलाव किया है। इस बदलाव से एसबीआई के ग्राहकों पर बड़ा असर पड़ेगा।
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बता दें कि एसबीआई का एमसीएलआर 7.40 फीसदी से घटकर 7.25 फीसदी पर आ गया है। इसमें 15 आधार अंकों की कमी की गई, जिससे ग्राहकों को काफी फायदा पहुंचेगा। इस बदलाव के बाद अब होम लोन की ईएमआई में कमी आएगी। हालांकि अगर आपका होम लोन एसबीआई की एमसीएलआर दर से जुड़ा है, तो नई कटौती आपकी ईएमआई को तुरंत नीचे नहीं ला सकती है।
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ऐसा इसलिए क्योंकि एमसीएलआर आधारित कर्ज में आमतौर पर एक साल का रीसेट क्लॉज होता है। इसके अलावा एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाले ब्याज में भी कमी कर दी है। नई दरें 12 मई 2020 से लागू होंगी।
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बता दें कि एसबीआई ने लगातार 12वीं बार एमसीएलआर में कटौती की है, तो वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट दो महीनों में दूसरी बार कटौती की गई। जिसका फायदा ग्राहकों को मिलेगा। इस संदर्भ में एसबीआई ने कहा कि अगर आपने 30 साल की अवधि के लिए 25 लाख रुपये का लोन लिया है, जो एमसीएलआर आधारित है, तो आपके होम लोन की ईएमआई करीब 255 रुपये कम हो जाएगी।
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