रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य पिछले कुछ सालों में FMCG प्रोडक्ट का एक बड़ा हब बनकर उभरा है और इसी तेजी के साथ यहां पर बड़े ब्रांड के नकली उत्पाद का मार्केट भी पनप गया है जो सरकार के साथ साथ आम उपभोक्ताओं को भी नुकसान पहुंचा रहा है। गुरुवार को राजधानी रायपुर के तीन व्यापारियों को पुलिस ने बड़े ब्रांड के नकली सामान बेचने के मामले में गिरफ्तार किया । तीनों आरोपियों के पास से पुलिस ने डूप्लीकेट चाय पत्ती, शैंपू,सर्फ समेत कई औऱ सामान जब्त किया है ।
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जानकारी के मुताबिक गुरुवार की कई कार्रवाई FMCG मार्केट की एक बड़ी कंपनी की शिकायत पर की गई है । कंपनी के ब्रांड पर नकली सामान बेचने जाने की शिकायत लेकर कंपनी के अधिकारी दिल्ली से पहुंचे थे। उनके पास सारे सबूत भी थे, जीसके आधार पर तीन व्यापारियों के यहां दबीश दी गई और गिरफ्तार किया गया ।
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इस दौरान व्यापारियों के गोदाम और दुकान से नकली पैक़्ड सामान के साथ खाली रैपर भी भारी मात्रा मिले है । इस मामले में तीनों आरोपियों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट का अपराध दर्ज किया गया है । FMCG कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर और छग चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी अध्यक्ष ललित जैसिंघ के मुताबिक छत्तीसगढ़ में FMCG का कारोबार आज लगभग 100 से 150 करोड़ रुपए हर महीने का है।
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इसमें से लगभग 20 से 25 करोड़ रुपए का नकली माल ने कब्जा कर रखा है। दरअसल डूप्लीकेट प्रोडक्ट में मार्जिन ज्यादा रहती है। इसलिए कई होलसेलर इस पर फोकस करते है। डूप्लीकेट प्रोडक्ट पर रोक लगाने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए। क्योंकी इससे उपभोक्ताओं को घटिया प्रोडक्ट मिलता है तो वहीं कच्चे में बिक्री होने के कारण सरकार को भी राजस्व का नुकसान होता है।