भोपाल, मध्यप्रदेश। विधानसभा उपचुनाव के लिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने बड़ा दांव खेला है। सीएम ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि कांग्रेस सरकार बनने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और आशा कार्यकर्ताओं को स्थाई कर्मचारी घोषित किए जाएंगे। रेगुलर किए जाने के साथ उनका मानदेय बढ़ाया जाएगा। कमलनाथ ने दोहराया कि इसके लिए हम वचनबद्ध हैं।
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कमलनाथ ने संविदा कर्मचारियों और रोजगार सहायकों को भी नियमित करने का ऐलान किया है। पूर्व सीएम ने कहा है कि रेगुलर होने पर इनका मानदेय और सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह किया जाएगा।
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भाजपा सरकार के कार्यकाल में नौकरी से बाहर किए गए संविदा कर्मचारियों को बहाल किया जाएगा। उनके मुताबिक संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार के दौरान प्रारंभ की गई निष्कासित वापसी प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए निष्कासित संविदा कर्मचारियों को फिर से नौकरी में बहाल किया जाएगा।
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कमलनाथ ने चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की रिटायर्मेंट उम्र 62 से घटाकर 60 साल करने पर शिवराज सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इस फैसले को कर्मचारियों के साथ धोखा बताया है। इस निर्णय से कर्मचारियों के सामने बड़ा संकट खड़ा होने वाला है।
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कमलनाथ ने सवाल किए हैं कि शिवराज सरकार एक तरफ़ एरियर्स देने की स्थिति में नहीं है तो वो ग्रेच्युटी व पेंशन कैसे देगी ? चुनाव के पूर्व इस निर्णय से सरकार की नियत का खोट उजागर हुआ है। यह निर्णय उनके साथ अन्याय व भेदभाव पूर्ण है। पूर्व सीएम ने कहा है कि भाजपा सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे। कांग्रेस सरकार आने पर कर्मचारी विरोधी निर्णयों को निरस्त किया जाएगा।