अहमदाबाद: केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में देश के कई राज्यों के किसान दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। किसानों के प्रदर्शन का आज 12वां दिन है। वहीं, किसानों ने कल भारत बंद का ऐलान किया है, जिसका कई राज्य की सरकारों और राजनीतिक दलों ने समर्थन किया है। इसी बीच खबर आ रही है कि गुजरात की विजय रुपाणी सरकार ने भारत बंद का समर्थन नहीं करने का ऐलान किया है। बता दें कि ट्रांसपोटर्स ने भी भारत बंद का समर्थन नहीं करने का ऐलान किया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि जरात में किसानों और APMC की तरफ से भारत बंद को सपोर्ट नहीं है। गुजरात में ऐसी कोई स्थिति नहीं है। कल ये बंद सफल नहीं रहेगा। सरकार ने भी पूरी व्यवस्था की है कि बंद के नाम पर कोई हिंसक घटना न घटे। नरेंद्र मोदी जी की सरकार द्वारा बनाए गए किसान कानूनों का जो विरोध चल रहा है वो अब किसान आंदोलन नहीं रहा, राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है क्योंकि कल होने वाले भारत बंद के कार्यक्रम में जितनी भी बड़ी पार्टियां हैं वो कूद पड़ी हैं। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि आप अपना 2019 का मैनिफेस्टो खोलकर देख लीजिए जिसमें आपने बताया था कि अगर आपकी पार्टी सत्ता में आएगी तो वो APMC एक्ट को समाप्त करेगी। आज जब हमारी सरकार ये कर रही है तो राहुल गांधी किसानों को भड़काने के लिए क्यों सबसे आगे हैं।
Read More: करीब 400 साल बाद बृहस्पति और शनि का होगा दुर्लभ मिलन, आकाश में 21 दिसंबर को दिखेगा नजारा!
बता दें कि किसानों के भ्रम को दूर करने के लिए सरकार और किसान नेताओं के बीच दो बार बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक दोनों बैठक बेनतीजा रहा है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि वे कृषि कानून को वापस लें और नए कानून बनाए। वहीं, सरकार ने किसानों को 9 दिसंबर को एक बार फिर चर्चा के लिए बुलाया है।
Read More: चौतरफा घिरी सरकार, 8 दिसंबर को भारत बंद, किसानों के समर्थन में आए कई बैंक यूनियन
Gujarat is not supporting Bharat Bandh call made by farmers. If anyone tries to close shops and other establishments forcefully then strict action will be taken against them: Chief Minister Vijay Rupani pic.twitter.com/GliwROKsVl
— ANI (@ANI) December 7, 2020
Follow us on your favorite platform: