भोपाल। मध्यप्रदेश में वित्तीय वर्ष 2018-19 में बिजली क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित किये गए हैं। 2019 में एक दिन में बिजली की अधिकतम सप्लाई 2658.69 लाख यूनिट की गई है। वहीं अधिकतम मांग की आपूर्ति 5 जनवरी 2019 को 14 हजार 89 मेगावाट की गई, जो प्रदेश में अभी तक का रिकार्ड है।
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बता दे कि ‘इंदिरा किसान ज्योति’ योजना में 10 हार्स पावर तक के स्थाई कृषि पम्प कनेक्शनों को 1400 रूपए प्रति हार्स पावर के स्थान पर 700 रूपये प्रति हार्स पावर की दर से बिजली आपूर्ति का निर्णय लिया गया है। साथ ही 10 हार्स पावर तक के मीटरयुक्त स्थाई पम्प कनेक्शन एवं अस्थाई कृषि पम्प कनेक्शनों के बिजली बिल में 50 प्रतिशत की रियायत दी गई है।
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लिहाजा सौभाग्य योजना में प्रदेश के सभी बिजली विहीन 19 लाख 84 हजार घरों को दिसम्बर-2018 तक रोशन कर दिया गया है। खास बात ये है कि पिछले वित्त वर्ष में मार्च-2019 तक 4637 वितरण ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि कर एक लाख 75 हजार 655 केव्हीए की अतिरिक्त क्षमता निर्मित की गई है। साथ ही एक लाख 15 हजार 184 अतिरिक्त वितरण ट्रांसफार्मर लगाकर 36 लाख 41 हजार केव्हीए की कुल क्षमता में बढ़ोतरी की गई है।
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