नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण के रविवार को होने वाले मतदान से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को एक बार फिर केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि भाजपा के लोग दलितों को गुमराह कर रहे हैं। मायावती ने कहा, ‘केंद्र सरकार दलित विरोधी है। भाजपा और प्रधानमंत्री ने पिछले पांच साल में बसपा को बदनाम करने की हर कोशिश की, लेकिन विफल रहे क्योंकि उनका हिसाब खुली किताब की तरह है। भाजपा के लोग दलितों को गुमराह करने में लगे हुए हैं, इनके बहकावे में आने की जरूरत नहीं है’।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मायावती ने बेनामी संपत्ति के आरोप के जवाब में कहा, ‘पीएम शालीनताओं को पार कर चुके हैं, वह बसपा को बहनजी की संपत्ति पार्टी कहने में घबराते नहीं हैं। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास जो कुछ भी है, वह शुभचिंतकों और समाज के लोगों ने दिया है और सरकार से कुछ भी छिपा नहीं है। सबसे ज्यादा बेनामी संपत्ति वाले लोग भाजपा से जुड़े हैं। इनका हिसाब-किताब कालीन के अंदर छिपा है’।
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वहीं उन्होंने पीएम के ‘दलित की नहीं दौलत की बेटी’ वाले आरोप पर कहा कि यह उनका असली चेहरा दिखाता है। ये लोग सदियों से पीड़ित शोषित समाज को थोड़ा भी आगे बढ़ना नहीं देखना चाहते। मायावती ने कहा, ‘मैं यूपी की चार बार मुख्यमंत्री रही हूं, लेकिन मेरी शानदार विरासत रही है’। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बलिया में कहा था कि महामिलावटी लोगों के पास नामी और बेनामी संपत्तियों का अंबार लगा है। महामिलावटी लोगों ने राजनीति के नाम पर अपने और अपने रिश्तेदारों के लिए बंगले खड़े किए हैं। एजेंसियां इसका हिसाब ले रही हैं।