पेंड्रा, छत्तीसगढ़। मरवाही में भालू को लेकर एक दिलचस्प मामला सामने आया है, जहां भालू प्रभावित गांव दरमोहली में तीन दिन पहले एक सूखे कुएं में एक भालू का शावक गिर गया था। ग्रामीणों की मदद से वनविभाग ने सफलतापूर्वक निकाला। ग्रामीणों के अनुसार मादा भालू अपने दो नवजात शावकों के साथ गांव की ओर आई थी और अंधेरे में कुएं में गिर जाने के कारण मादा भालू एक शावक के साथ चली गई।
उधर, वनविभाग मादा भालू के इंतजार में शावक को जंगल में रखकर उसके सुरक्षित अपनी मां के साथ जाने का इंतजार करता रहा पर मादा भालू अपने शावक के पास नहीं आई और फिर दो दिनों से वनविभाग के अधिकारी शावक भालू को पशु चिकित्सकों की निगरानी में इसी गांव के पास रखे रहा और अब मादा के नहीं आने के बाद बिलासपुर के कानन पेंडारी जू से टीम बुलाकर शावक भालू को कानन पेंडारी जू भेज दिया गया है। वहीं भालू को गांव में रखने के दौरान किसी पालतू जानवरों की तरह देखभाल करते हुए तस्वीरों में भी देखा जा सकता है।
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उधर दूसरी ओर मरवाही में एक बार फिर हाथियों की दस्तक हुई है, जिसमें एक महिला और एक बच्चे को हाथियों ने घायल किया है। दरअसल मरवाही वनमंडल के नाका क्षेत्र के गांव में कोरबा जिले के पसान क्षेत्र से दो हाथी देर रात को पहुंच गये और हाथियों के घरों में तोड़फोड़ और नुकसान के दौरान मची भगदड़ और चपेट में आने से एक महिला और एक बच्चे को चोट आई।
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घायलों को तत्काल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है वहीं वनविभाग के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा हाथियों की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है और हाथी प्रभावित क्षेत्र में गांवों में मुनादी कराई जा रही है और लोगों को सतर्कता बरतने और सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा जा रहा है।
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