कवर्धा, छत्तीसगढ़। मंत्री मोहम्मद अकबर ने मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज को दूसरी बार पत्र लिखा है। मंत्री ने बालाघाट में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की जांच की मांग की है।
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मुठभेड़ में मारे गए आदिवासी की मौत को हत्या बताया है। एमपी पुलिस पर हत्या और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है। आपको बता दें जिले के बालसमुंद गांव के आदिवासियों की मुठभेड़ में जान गई थी।
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इस मौत को मध्य प्रदेश पुलिस जहां नक्सली मुठभेड़ के दौरान गोली लगने की बात बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आदिवासी संगठन मध्य प्रदेश पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बेकसूर आदिवासी की हत्या की गई है। छत्तीसगढ़ की सीमा में घुसकर झामसिंग को गोरी मारा गया है, उसकी लाश को उठाकर एमपी के बॉर्डर में ले जाकर फर्जी रूप से नक्सली दिखाने की साजिश की जा रही है, जबकि यह सीधे तौर पर एनकाउंटर का मामला है। इसमें दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए । साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा भी मिलना चाहिए।
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