नई दिल्ली | सर्वोच्च न्यायलय की संविधान पीठ आज अयोध्या मामले में आखिरी सुनवाई करेगी। संविधान पीठ आज सभी पक्षों को 45-45 मिनट में अपना पक्ष रखने का समय देगी, जबकी मुस्लिम पक्ष को जवाब देने के लिए 1 घंटा दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि सुनवाई पूरी होने के 1 महीने बाद वर्षो से चले आ रहे आयोध्या विवाद पर फैसला आ जाएगा।
पढ़ें- पुजारियों का बीमा कराएगी सरकार, बच्चों को संस्कृत में मिलेगी शिक्षा, सरकारी जमीनों पर बने मंदिरों…
आज सुप्रीम कोर्ट शाम पांच बजे तक मामले की सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को भी शाम पांच बजे तक मामले की सुनवाई की थी। 40वें दिन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन से कहा कि अब आपका समय पूरा हो गया है, जिसके बाद सएस वैधनाथन ने कहा कि कुछ मिनट और. इसी बीच गोपाल सिंह विशारद के वकील रंजीत कुमार बहस के लिए खड़े हुए। चीफ जस्टिस ने रंजीत कुमार को कहा कल आपने कहा था कि आप केवल 2 मिनट बहस करेंगे। रंजीत कुमार ने कहा कि दो मिनट में बहस कैसे पूरा करूंगा. चीफ जस्टिस ने मुस्कुराते हुए कहा कि कल तो आप 2 मिनट कह रहे थे।
पढ़ें- कलेक्ट्रेट में हीरों की नीलामी, 3 दिनों में करीब 3 करोड़ के 224 नग …
बता दें कि कल सभी पक्षों के वकीलों ने दलील पूरी करने के लिए ज्यादा समय मांगा था लेकिन कोर्ट ने इससे साफ इनकार कर दिया। बड़ी बात ये है कि अगर सुनवाई आज पूरी हो जाती है तो ऑर्डर भी आज ही रिजर्व किया जा सकता है। 17 अक्टूबर को मोल्डिंग ऑफ रिलीफ रखा गया है। इस पर भी आज बहस हो सकती है।
पढ़ें- रीवा प्रिंसेस की शाही शादी संपन्न, इन टीवी सीरियलों में कर चुकी हैं…
मामले की सुनवाई के 39वें दिन हिंदू पक्ष की तरफ से के परासरन और सीएस वैद्यानाथन ने अपनी दलीलें देते हुए अयोध्या में राम मंदिर की जगह मस्जिद का निर्माण किए जाने को इतिहास की बड़ी गलती बताया, कहा कि अब वक्त आ गया है कि सुप्रीम कोर्ट इतिहास की उस गलती को सुधारे। मुसलमान किसी भी मस्जिद में नमाज़ अदा कर सकते हैं। सिर्फ अयोध्या में ही 50-60 मस्जिदें हैं लेकिन हिंदुओं के लिए वो जगह भगवान राम का जन्मस्थान है और भगवान राम का जन्मस्थान को बदला नहीं जा सकता।