जोधपुर। कोरोना वायरस के खौफ के चलते जोधपुर सेंट्रल जेल में रिहाई की मांग की जा रही है। लेकिन आज यहां कैदियों की भूख हड़ताल मंगलवार तक के लिए स्थगित हो गई है। शुक्रवार रात को जेल कमेटी की सदस्य गीता बरवड़ ने करीब 3 घंटे तक सभी कैदियों को समझाइस दी। उसके बाद कैदियों ने आगामी मंगलवार तक हड़ताल स्थगित कर दी है। जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा सहित 1200 से अधिक कैदी पिछले 4 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे हैं।
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कैदियों की मांग है कि महामारी के इस दौर में उन्हें जेल से आजाद किया जाए, जेल कमेटी की सदस्य गीता बरवड़ ने कैदियों से करीब 3 घंटे तक समझाइश कर उनको विश्वास दिलाया कि आगामी मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बनी कमेटी उनकी मांगों पर विचार करेगी। इस कमेटी द्वारा कई कैदियों को राहत प्रदान की जाएगी, उसके बाद सेंट्रल जेल के करीब 1200 से अधिक कैदियों ने अपनी भूख हड़ताल को आगामी मंगलवार तक स्थगित कर दिया।
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इन कैदियों में शामिल आसाराम भी पिछले 4 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं, समझाइश के बाद आसाराम ने अपनी थैली से गुड़ निकाला और उसे खाकर अपनी भूख हड़ताल स्थगित की है, गीता बरवड़ ने बताया कि कमेटी ने करीब 800 कैदियों को पैरोल या जमानत पर रिहा किए जाने की की अनुशंसा की है। इनमें 7 साल से कम की सजा काट रहे कैदी, विचाराधीन बंदी और 60 साल से अधिक उम्र के 40 कैदी शामिल हैं। ऐसे में अब आसाराम और महिपाल मदेरणा को भी उम्मीद है कि कोरोना की वजह से वे मुक्त हो जाएंगे।
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