नई दिल्ली: कृषि कानून को लेकर देश की राजधानी दिल्ली की सीमा पर पिछले 13 दिनों से हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं, आज किसानों ने भारत बंद किया था। सरकार ने कल किसानों को एक बार फिर चर्चा के लिए बुलाया है। लेकिन इससे पहले किसानों के समर्थन में आर्य समाज ने हवन किया। बता दें कि किसानों ने आज मशाल रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन किया।
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एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि “हम हवन इसलिए कर रहें क्योंकि कल जो बैठक होने वाली है उसमें सरकार किसान के पक्ष में फैसला दें और अपने काले कानूनों को वापस लें।” वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच होने वाली छठे दौर की वार्ता से पहले किसानों के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया। किसान नेताओं और अमित शाह के बीच वार्ता जारी है।
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ज्ञात हो कि सरकार और किसानों के बीच अब तक दो बैठकें हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया है। किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानून को रद्द करे और नए कानून बनाए। वहीं, चर्चा के दौरान सरकार की ओर से इस बात का आश्वासन दिया है कि किसानों की मांग के अनुरूप कानून में संशोधन किया जाएग, लेकिन किसान कानून को रद्द कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
#WATCH कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आर्य समाज ने हवन किया।
एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “हम हवन इसलिए कर रहें क्योंकि कल जो बैठक होने वाली है उसमें सरकार किसान के पक्ष में फैसला दें और अपने काले कानूनों को वापस लें।” pic.twitter.com/vyZQvkH8YK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2020
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