नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा कुछ दिनों पहले देश में लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून को भारत के कई राज्यों में प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है। इसी बीच सीएए के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों का पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया का सीधा संपर्क था।
Read More: कांग्रेस अनुशासन समिति की कल होगी अहम बैठक, 16 मामलों पर होगा फैसला
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा करते हुए कहा है कि जिन जगहों पर सीएए के खिलाफ हिंसा हुए हैं, वहां प्रदर्शनकारियों का कनेक्शन पीएफआई से जुड़े हुए हैं। ईडी की रिपोर्ट के अनुसार पीएफआई ने 73 बैंक खातों में 120 करोड़ रुपए ज्यादा रकम जमा करवाए थे। इन पैसों का इस्तेमाल सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को देने के लिए किया गया है।
उत्तर प्रदेश के बैंकों में जमा किए गए थे 120 करोड़ से ज्यादा रकम
ईड की ओर से जारी किए गए रिपोर्ट में बताया गया है कि ससंद में जब दिसंबर में सीएए बिल पर बहस की जा रही थी। इसी दौरान ही पश्चिम यूपी के हिंसाग्रस्त इलाकों, बिजनौर, हापुड़, बहराइच, शामली और डासना के कई बैंक एकाउंट में पीपीआई की ओर से पैसे भेजे गए थे। ईडी की रिपोर्ट के अनुसार 73 बैंकों के अलग—अलग खातों में 120 करोड़ रुपए से ज्यादा रकम भेजे गए थे और बिल पास होने के बाद हिंसा के लिए इन्हीं पैसों का उपयोग किया जा रहा है।
कश्मीरी संगठनों को भी भेजे गए 1.65 करोड़ रुपए
ईडी की रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि पीएफआई ने कश्मीर यूनिट को भी 1.65 करोड़ रुपए भेजे थे। बताया गया कि ईडी ने इस संबंध में गृह मंत्रालय का आगाह किया था। बता दें कि यह रिपोर्ट यूपी हिंसा के लिए अरेस्ट किए गए पीएफआई अध्यक्ष वसीम अहमद को पिछले सप्ताह जमानत मिलने के कुछ दिन बाद आई है। यूपी पुलिस वसीम के खिलाफ मजबूत सबूत जुटाने में असफल रही थी।
ओडिशा: बीजद विधायक के भाई के परिसरों पर ईडी के…
35 mins ago