कवर्धा: मरवाही के चुनावी मैदान में जहां जेसीसीजे को एक के बाद एक कई झटके लग रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पार्टी कार्यकर्ताओं में अंतर्कलह की बातें अब खुलकर सामने आने लगी है और इसके साथ ही जेसीसीजे नेता लगातार पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि जेसीसीजे के कवर्धा जिला अध्यक्ष आनंद सिंह ने सोमवार को अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे को लेकर आनंद सिंह ने कहा है कि पार्टी में नेताओं के बीच चल रहे अंतर्कलह के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है।
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बता दें कि कल भी जेसीसीजे के विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने पेंड्रा पहुंचकर कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने मंत्री जय सिंह अग्रवाल के साथ संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया था। मीडिया को संबोधित करते हुए देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने कहा था कि मरवाही उपचुनाव में बीजेपी को समर्थन देने के लिए अमित जोगी ने कोर कमेटी के किसी सदस्य से पूछकर निर्णय नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हम मरवाही की जनता से कांग्रेस को वोट देने की अपील करेंगे। विधायक देवव्रत सिंह ने अपने बयान में कहा कि आज जोगी की समाधि तक की हालत खराब है, ये उनके नाम पर न्याय मांगने निकले हैं। समाधि की हालत देखकर मुझे दुख हुआ। हम दोनों विधायक कांग्रेस को समर्थन देने आए हैं। महासमुंद लोकसभा चुनाव में वहां की जनता ने कांग्रेस को समर्थन दिया। इस चुनाव में यदि विचारधारा की लड़ाई है तो हम मरवाही की जनता के पास जाकर कांग्रेस को वोट देने की अपील करेंगे।
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विधायक देवव्रत सिंह ने कहा कि अजीत जोगी के पास जाति प्रमाण पत्र था, तब भाजपा सुप्रीम कोर्ट तक उनके खिलाफ गयी, आज पता नही क्यों समझौता हो गया। देवव्रत सिंह ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार अच्छा काम कर रही है। देवव्रत ने कहा कि रेणू जोगी इच्छा कांग्रेस में जाने की है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमारा कांग्रेस में शामिल होना हाईकमान पर निर्भर है। देवव्रत ने कहा कि मुझे कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया।
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