लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रामपुर के ज़िलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह को एक शिकायती पत्र सौंपा गया है जिसमें कहा गया है कि पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार में पूर्व मंत्री आज़म खां ने अपने घर से जौहर यूनिवर्सिटी तक जाने के लिए मात्र अपने इस्तेमाल को ध्यान में रखकर जंगल में लगभग 300 करोड़ की लागत से एक फ्लाईओवर बनवाया है, जिसकी लंबाई करीब 5 किलोमीटर है।
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फैसल लाला के इस पत्र में कहा गया है कि जंगल मे पुल की कोई आवश्यकता नही होती है फिर भी जनता के टैक्स के पैसे से अर्जित सरकारी धन का बेहद दुरूपयोग किया गया है। साथ ही पुल निर्माण के रास्ते मे आने वाली किसानों की ज़मीने भी ज़बरन हड़प ली गईं। ज़िलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 9 सदस्यीय जांच टीम गठित की है।
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आरोप है कि दूसरी तरफ लालपुर का पुल जोकि तहसील टांडा और दड़याल के लगभग पाँच लाख लोगों को ज़िला मुख्यालय से जोड़ता है उसको आज तक नही बनाया गया। जिसके कारण पांच लाख लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर लकड़ी के पुल से होकर कोसी नदी को पार करते हैं तब वह मुख्यालय पहुंच पाते हैं। जो कि जनता और सरकार के साथ बेईमानी और धोका है।
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फैसल लाला ने ज़िलाधिकारी से कहा कि जिन अधिकारियों की साँठ-गाँठ से आज़म खां ने जनता को धोका देकर लगभग तीन सौ करोड़ रूपये सरकारी धन का दुरूपयोग किया है, उन अधिकारियों और आज़म खां के विरूद्ध जाँच कराकर क़ानूनी कार्रवाई की जाए।
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