रांची: टीम इंडिया के सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। अब धोनी टीम इंडिया में खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे। हालांकि धोनी आईपीएल में खेलते रहेंगे। धोनी के अचानक सन्यास की घोषणा करने से उनके फैंस को झटका लगा है। बता दें कि धोनी पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके थे।
एमएस धोनी ने अपने अधिकारिक इंस्टाग्राम पर सन्यास का ऐलान करते हुए लिखा है कि आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए बहुत धन्यवाद। आज शाम 7.29 बजे के बाद से मुझे रिटायर समझा जाए। अपने इस पोस्ट के साथ ही धोनी ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का गाना लगाया है। धोनी के वीडियो में ‘मैं पल दो पल का शायर हूं।’
महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अटकलों का दौर शुरु हो गया है कि वे अब क्या करेंगे, हालांकि धोनी का अपने भविष्य को लेकर स्पष्ट विजन है, धोनी के मुताबिक उन्होंने संन्यास के बाद की योजना करियर के शुरुआती दौर में ही बना रखी है।
ये भी पढ़ें- मुस्लिम की बॉडी जैन को तो जैन की बॉडी दे दी मुस्लिम परिवार को, जैन ..
बता दें कि एमएस धोनी ने श्यामली के रांची जवाहर विद्या मंदिर से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद रांची के ही गोस्सनर कॉलेज से कॉमर्स में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, हालांकि क्रिकेट में करियर बनाने के चलते वह अपनी आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए थे। धोनी ने साल 2008 में रांची स्थित सेंट जेवियर्स कॉलेज में वोकेशनल स्टडीज के तहत ऑफिस एडमिनिस्ट्रेशन एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस कोर्स में बैचलर की डिग्री पाने के लिए (पाठ्यक्रम 2008-2011) दाखिला लिया था, लेकिन क्रिकेट में व्यस्त हो जाने की वजह से वो जरुरी 6 में से एक भी सेमेस्टर पास नहीं कर पाए हैं। धोनी सार्वजनिक रुप से ये बता चुके हैं कि वे पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे, उन्हें दसवीं में 66 और बारहवीं में 56 प्रतिशत अंक हासिल हुए थे।
ये भी पढ़ें- रायपुर में आज टोटल लॉकडाउन, किराना समेत अधिकतर दुकानें रहेंगी बंद
धोनी अपनी पढ़ाई को आगे ले जाएंगे या नहीं ये तो साफ नहीं है, लेकिन वो आर्मी में अपनी सेवाएं देने के लिए बेहद उत्साहित हैं। बता दें कि धोनी को इंडियन टेरिटोरियल आर्मी में नवंबर 2011 में लेफ्टिनेंट कर्नल का रैंक दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि वे भविष्य में ये जिम्मेदारी निभाने को पूरी तरह से तैयार हैं। इसके जरिए उनका आर्मी में काम करने का सपना पूरा होगा।
धोनी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा भी था कि वह बचपन से ही फौजी बनना चाहते थे, वो रांची के कैंट एरिया में अक्सर घूमने चले जाते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था, वो फौज के अफसर नहीं बन पाए और क्रिकेटर बन गए।
एमएस धोनी ने आधिकारिक रुप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। धोनी इंडियन टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं, पूरी संभावना है कि एमएस धोनी अब अपने बचपन के सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
बता दें कि एमएस धोनी ने साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। धोनी ने अब तक 90 टेस्ट मैच खेले हैं। इसके अलावा 350 एकदिवसीय और 98 टी-20 मुकाबलों में उन्होंने भारत का नेतृत्व किया है। महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते हैं। माही सबसे सफल भारतीय विकेटकीपर भी हैं। उन्होंने टेस्ट में 294, वनडे में 444 और टी-20 में 91 शिकार अपने नाम किए हैं।
चेन्नई ग्रैंड मास्टर्स में तीसरे दौर की जीत के बाद…
12 hours agoदिल्ली पहली पारी में चंडीगढ़ से पिछड़ी
12 hours agoसूर्यकुमार ने रोहित से सीखा: जब आप हारते हैं तो…
13 hours ago