आखिर राहुल गांधी को क्यों याद आए सिंघिया, बयान पर मचा बवाल, क्या बीजेपी में सिंधिया बैकबेंचर हैं? | After all, why did Rahul Gandhi remember Singhia, there was a ruckus on the statement, is Scindia a back bencher in the BJP?

आखिर राहुल गांधी को क्यों याद आए सिंघिया, बयान पर मचा बवाल, क्या बीजेपी में सिंधिया बैकबेंचर हैं?

आखिर राहुल गांधी को क्यों याद आए सिंघिया, बयान पर मचा बवाल, क्या बीजेपी में सिंधिया बैकबेंचर हैं?

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 PM IST
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Published Date: March 9, 2021 6:35 pm IST

भोपाल। राहुल गांधी के ज्योतिरादित्य सिंधिया पर दिए एक बयान के बाद एमपी की सियासत गरमा गई है.. दरअसल राहुल ने कांग्रेस के एक कार्यक्रम में कहा कि सिंधिया बीजेपी में कभी सीएम नहीं बन सकते..वो वहां बैकबेंचर ही रहेंगे. जिसपर सिंधिया ने जवाब दिया कि उनके पार्टी में रहते हुए इतनी चिंता करते तो बात अलग होती…बीजेपी ने नसीहत दी कि…राहुल को सिंधिया की नहीं बल्कि कांग्रेस की चिंता करनी चाहिए.. अब सवाल ये है कि…क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया..बीजेपी में बैकबेंचर हैं ? सवाल ये भी कि…राहुल गांधी ने ये बयान क्या किसी खास रणनीति के तहत दिया ?

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राहुल गांधी ने कहा कि ‘सिंधिया के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ काम कर संगठन को मजबूत बनाने का विकल्प था… मैंने उनसे कहा था कि आप मेहनत कीजिए, एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन उन्होंने दूसरा रास्ता चुना, लिख कर ले लीजिए वो वहां कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, उन्हें वापस यहीं आना होगा।

मध्यप्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन के ठीक 351 दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर उस घटनाक्रम को ताजा कर दिया है.. दरअसल दिल्ली में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संगठन का महत्व समझाते हुए राहुल ने ये बात कही…..राहुल कांग्रेस के सबसे ताकतवर नेता है लिहाजा उनके इस बयान के बाद बवाल तो होना ही था… राहुल के बयान पर खुद सिंधिया ने भी उन्हें पुराने दिन याद दिलवा दिए…

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सिंधिया जब कांग्रेस में थे तब हमउम्र होने के कारण उनके राहुल गांधी से बड़े अच्छे रिश्ते थे ….लेकिन ये तो सियासत का तकाजा है कि आज दोनों एक दूसरे के सामने खड़े हैं…..वैसे राहुल के इस बयान से सवाल भी खड़े हो रहे हैं।

क्या राहुल गांधी ने ये बयान किसी रणनीति के तहत दिया है….इस तरह का बयान देने के लिए राहुल ने ये वक्त ही क्यों चुना….क्या ये राहुल गांधी का सिंधिया को वापस कांग्रेस में लाने का न्यौता है….क्या राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले राहुल गांधी एक बार फिर अपनी टीम को जोड़ना चाहते हैं. या फिर राहुल गांधी मध्यप्रदेश की सियासत को लेकर कुछ नया सोच रहे हैं।

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बात राहुल गांधी और सिंधिया की है लेकिन सियासी गर्मी का अहसास मध्यप्रदेश में भी होने लगा, बीजेपी इस मुद्दे के जरिए कांग्रेस को घर संभालने का कह रही है।

सिंधिया के कारण सत्ता गंवा चुकी कांग्रेस के दिमाग से अभी तक वो घटनाक्रम निकला नहीं है….पार्टी नेताओं को याद है कि किस तरह से सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों ने बीजेपी से हाथ मिलाकर पंद्रह साल बाद बनी कांग्रेस सरकार को गिरा दिया था…और यही वजह है कि सिंधिया को लेकर उनके तेवर तीखे बने हुए हैं…

वैसे सिंधिया के बीजेपी ज्वाइन करते समय कहा जा रहा था कि उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया जाएगा…लेकिन अभी तक वैसा हुआ नहीं है वहीं दूसरी तरफ उनके समर्थकों को निगम मंडलों में एडजस्ट करने की भी अटकले थी लेकिन वो नियुक्तियां भी अभी तक नहीं हुई है।

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