6 दिन की जद्दोजहद के बाद जब तौल की बारी आई तो किसान को आया हार्ट अटैक, कलेक्टर ने कहा- सब आराम से ही थे | After 6 days, when the turn of the weight came, the farmer got a heart attack Collector said- all were comfortable

6 दिन की जद्दोजहद के बाद जब तौल की बारी आई तो किसान को आया हार्ट अटैक, कलेक्टर ने कहा- सब आराम से ही थे

6 दिन की जद्दोजहद के बाद जब तौल की बारी आई तो किसान को आया हार्ट अटैक, कलेक्टर ने कहा- सब आराम से ही थे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : May 26, 2020/2:05 am IST

आगर मालवा। मध्य प्रदेश में एक किसान की जान सरकारी सिस्टम की भेंट चढ़ गई। प्रदेश के आगर मालवा में 6 दिन से अपनी उपज की तौल का इंतजार कर रहे किसान ने हार्ट अटैक के कारण दम तोड़ दिया। आगर मालवा के तनोडिया स्थित खरीदी केंद्र में ये दर्दनाक घटना घटी है। जानकारी के मुताबिक मलवासा गांव के रहने वाले किसान प्रेम सिंह को मोबाइल पर मैसेज आया कि वो 19 मई को अपनी उपज लेकर झलारा स्थित खरीदी केंद्र पहुंचे, लेकिन बदइंतजामी के चलते 2 दिन इंतजार करता रहा पर गेहूं की खरीदी नहीं हुई। इसके बाद उसे तनोडिया स्थित खरीदी केंद्र जाने को कहा गया, वहां भी वो पूरे 4 दिन इंतजार करता रहा। किसान बेहद परेशान हो चुका था। जब सोमवार 25 मई को आखिरकार उसकी उपज की तौल की जा रही थी,तो किसान प्रेम सिंह को हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। किसान सरकारी बदइंतजामी का शिकार हो गया, परेशानियों को लेकर किसान यहां विरोध में 2 दिन इंदौर कोटा मार्ग पर चक्काजाम भी कर चुके थे।

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उपार्जन केंद्र के प्रबंधक का कहना है कि किसान को 19 मई को उपज लेकर आने का SMS मिला था, और 23 मई को उसे टोकन दिया गया। 2 दिन बारदाना न होने से खरीदी नहीं हो पाई। किसान की मौत ने विपक्ष को सियासत का मौका दे दिया है, इलाके के कांग्रेस नेता शिवराज सरकार की नीतियों पर दोष मढ़ रहे हैं। किसान के परिवार के लिए 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की गई है।

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इधर, कलेक्टर संजय कुमार ने इस मौत को प्राकृतिक बताया है। कलेक्टर का कहना है कि ‘सब आराम से ही थे, लेकिन दुर्भाग्यवश किसान की मौत हो गई, किसान के परिवार को शासन स्तर पर हर संभव मदद दी जाएगी।