पुडुचेरी, आठ जनवरी (भाषा) पुडुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस नीत धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गठबंधन (एसडीए) ने उपराज्यपाल किरण बेदी पर निर्वाचित सरकार की विकास योजनाओं तथा कल्याणकारी कदमों को बाधित करने का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने की अपनी मांग के समर्थन में शुक्रवार को चार दिन के आंदोलन की शुरुआत की।
प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बेदी ने ”पुडुचेरी को तमिलनाडु में मिलाकर इसका अलग दर्जा खत्म करने का षड़यंत्र रचा है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री और बेदी पर पुडुचेरी की जनता को उनके अधिकारों से वंचित करने के लिये प्रयासरत होने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने अपने भावुक संबोधन में प्रदर्शन में शामिल लोगों से कहा, ”अपने अधिकारों के लिये हमारी लड़ाई चलती रहेगी। हम केन्द्र के किसी भी कदम से नहीं डरने वाले हैं।”
एसडीए ने पहले राज निवास (उपराज्यपाल के कार्यालय-सह-निवास) का घेराव कर प्रदर्शन करने का फैसला किया था, लेकिन पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के कारण वहां से एक किलोमीटर से अधिक दूर मराइमलाई अडिगाल सलाई में प्रदर्शन शुरू किया गया।
नारायणसामी ने कहा कि उपराज्यपाल को हटाने की लड़ाई शांतिपूर्वक होनी चाहिये।
प्रदर्शन में पुडुचेरी से लोकसभा सदस्य वी वैथिलिंगम, कांग्रेस विधायक टी. जयमूर्ति, माकपा, भाकपा और वीसीके के नेता भी शामिल हुए।
सत्तारूढ़ कांग्रेस के सहयोगी दल द्रमुक के नेता और कार्यकर्ता आंदोलन में शामिल नहीं हुए। प्रदर्शन में उनकी अनुपस्थिति के कारण का तत्काल पता नहीं चला है।
केंद्र ने कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए यहां केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कर्मियों को तैनात किया है।
भाषा जोहेब अविनाश
अविनाश
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