चंडीगढ़, 28 जनवरी (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा सूची में पंजाबी को शामिल कराने के लिए दखल का अनुरोध किया। उन्होंने महाराजा रंजीत सिंह के समय से ही पंजाब और जम्मू-कश्मीर के संबंधों का भी उल्लेख किया।
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प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में अमरिंदर सिंह ने उनसे अनुरोध किया कि वह केंद्रीय गृह मंत्रालय को केंद्र शासित प्रदेश की आधिकारिक भाषा सूची में पंजाबी भाषा को शामिल करने के संबंध में पुनर्विचार एवं समीक्षा करने का सुझाव दें।
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मुख्यमंत्री ने इस सूची में पंजाबी भाषा को शामिल नहीं किए जाने को लेकर पंजाबी समुदाय की नाराजगी का भी जिक्र किया। उन्होंने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि महाराज रंजीत सिंह के शासनकाल में जम्मू-कश्मीर पंजाब का ही हिस्सा था। ऐसे में पंजाबी इस प्रात की स्थानीय भाषा रही है।
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सिंह ने कहा कि संसद में पारित किए गए जम्मू एवं कश्मीर भाषा विधेयक, 2020 के अंतर्गत उर्दू और अंग्रेजी के अलावा कश्मीरी, डोगरी और हिंदी को आधिकारिक भाषा सूची में शामिल किया गया है।
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