पीलीभीत (उप्र) 24 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जसौली गांव में मंगलवार को दो सगी बहनों के शव संदिग्ध अवस्था में बरामद होने के मामले में पुलिस ने पूरे प्रकरण में परिजनों की भूमिका को संदिग्ध बताया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) जयप्रकाश यादव का कहना है कि परिजनों को एक शव मिल गया था, इसके बाद भी उन्होंने इस संबंध में पुलिस को सूचना नहीं दी।
उन्होंने कहा कि इस मामले में शुरू से ही परिजनों की भूमिका संदिग्ध लग रही थी और पूरे मामले में कई साक्ष्य हाथ लगे हैं।
एसपी ने कहा वारदात का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा।
जिले के बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र में शाहजहांपुर राजमार्ग से सटे जसौली गांव में दो सगी बहनों का शव संदिग्ध परिस्थिति में मिलने से सनसनी फैल गई थी। बीसलपुर पुलिस के अनुसार एक शव एक पेड़ पर फंदे से लटका मिला था जबकि दूसरा पास में ही खेत में मिला था।
बीसलपुर क्षेत्र के ईंट भट्ठे पर काम करने वाली दो सगी बहनों के शव संदिग्ध अवस्था में मिलने के बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच शुरू कर दी थी।
यादव के मुताबिक, मृत बहनों की उम्र 19 और 17 वर्ष है और उनके पिता एक ईंट भट्टे पर मजदूर है।
यादव खुद मामले की जांच कर रही टीम का नेतृत्व कर रहे थे। मंगलवार देर शाम तक पुलिस मामले की जांच करती रही। पोस्टमार्टम होने के बाद देर शाम शवों को पुलिस की निगरानी में बिलसंडा थाना क्षेत्र के गांव रवाना कर दिया गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। परिजनों द्वारा दोनों शवों का बुधवार सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बीसलपुर कोतवाली ने बताया पुलिस ने मामले की दिनभर गहनता से पड़ताल की। इस दौरान पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस उन्हें परेशान कर रही है, जबकि उन्हें ईंट भट्टा के कर्मियों पर सन्देह है।
भाषा सं जफर नोमान
नोमान
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