चेन्नई, 25 फरवरी (भाषा) नौ श्रमिक संगठनों से संबद्ध तमिलनाडु परिवहन क्षेत्र के श्रमिकों ने सरकार से 14 वीं वेतन संशोधन वार्ता को तत्काल पूरा करने की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जिससे राज्यभर में यात्री विभिन्न स्थानों पर फंस गये।
द्रमुक संबंधित एलपीएफ, सीटू, एटक और इंटक समेत श्रमिक संगठनों की यह हड़ताल 2020 से सेवानिवृत हुए श्रमिकों के लिए लंबित सेवानिवृत्ति लाभ हेतु भी है।
इस हड़ताल की वजह से यात्रियों खासकर विद्यार्थियों एवं कार्यालय जाने वालों को बहुत परेशानियां हुईं । राज्य की राजधानी में शुरू के कुछ घंटों के दौरान महज 50 प्रतिशत बसें चलीं जबकि अन्य जिलों में सरकारी बसें काफी कम नजर आयीं।
राज्य परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमटीसी ने चेन्नई में सुबह सात से नौ बजे तक 50-57 प्रतिशत बसें चलायीं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये हैं कि हड़ताल के चलते लोगों को परेशानी न हो।’’
हालांकि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक से संबद्ध श्रमिक संगठन अन्ना ट्रेड यूनियन ने चेन्नई एवं राज्य के अन्य हिस्सों में काम किया।
भाषा राजकुमार माधव
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