पेशावर, आठ फरवरी (एपी) बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार और राज कपूर के पाकिस्तान स्थित पुश्तैनी घरों के मालिकों तथा खैबर पख्तूनख्वा सरकार के बीच इन दोनों ऐतिहासिक संपत्तियों को संग्रहालय में बदलने के वास्ते खरीद के लिए तय दर को लेकर आपसी सहमति कायम नहीं हो पा रही है।
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दिलीप कुमार के पेशावर स्थित प्रवक्ता फैजल फारूकी ने यहां रविवार को मीडिया कर्मियों को बताया कि ‘पेशावर कुमार के दिल में बसता है’ और वह मोहल्ला खुदादाद स्थित अपने घर के बारे में मधुर स्मृतियों को लेकर हमेशा बात करते रहते हैं।
दिलीप कुमार का जन्म 1922 में पेशावर में हुआ था और वह 1935 में भारत आ गए थे।
फारूकी ने कहा कि कुमार और कपूर के परिजन और प्रशंसक उनके पुश्तैनी घरों को संग्रहालय में बदलने को लेकर काफी उत्साहित हैं।
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उन्होंने कहा कि इससे न केवल पेशावर का महत्व बढ़ेगा बल्कि पाकिस्तान के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस महीने प्रांतीय सरकार ने पेशावर में स्थित दोनों घरों को खरीदने के लिए 2.35 करोड़ रुपये जारी करने को मंजूरी दी थी।
दिलीप कुमार के चार मारला (101 वर्ग मीटर) के घर की कीमत 80.56 लाख रुपये तय की गई है और राज कपूर के छह मारला (151.75 वर्ग मीटर) के पुश्तैनी घर का मूल्य डेढ़ करोड़ निर्धारित किया गया है।
दोनों घरों को खरीदने के बाद प्रांतीय पुरातत्व विभाग उन्हें संग्रहालय में बदल देगा।
हालांकि, दोनों संपत्तियों के मालिकों ने सरकार द्वारा तय कीमत पर इन्हें बेचने से यह कहते हुए मना कर दिया कि उक्त मकान बहुत अच्छी जगह पर हैं और उनका वास्तविक मूल्य तय कीमत से कहीं अधिक है।
दिलीप कुमार के पुश्तैनी मकान के मालिक ने 25 करोड़ रूपये मांगे हैं वहीं राज कपूर के पुश्तैनी मकान के मालिक ने 200 करोड़ रूपये की मांग की है।