पुणे, एक अप्रैल (भाषा) भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत के एक मामले में बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के पुणे जिला में एक स्थानीय अदालत के न्यायाधीश को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि पुणे एसीबी ने इससे पहले मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया जिसमें एक निलंबित पुलिसकर्मी भी शामिल है।
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सहायक पुलिस आयुक्त, एसीबी सीमा मेहेंदले ने बताया, ‘‘न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) अर्चन जाटकर ने अपनी अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद यहां विशेष भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में समर्पण कर दिया।’’
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एसीबी के अनुसार मामले में एक आरोपी शुभावरी गायकवाड़ ने वडगांव मावल अदालत में न्यायाधीश को पक्ष में कर शिकायतकर्ता के खिलाफ मामला रफा-दफा करने के लिए उससे ढाई लाख रुपये मांगे थे। शिकायतकर्ता डेयरी कारोबारी है।
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अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने इसके बाद एसीबी से संपर्क किया और इस संबंध मामला दर्ज कराया। इसके बाद गायकवाड़ को 13 जनवरी को 50,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
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जांच के दौरान निलंबित पुलिस इंस्पेक्टर भानुदास जाधव समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान मामले में न्यायाधीश की भूमिका भी सामने आयी। अधिकारी ने बताया कि अदालत ने जाटकर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें पांच अप्रैल तक एसीबी की हिरासत में भेज दिया।