नयी दिल्ली, 16 सितंबर (भाषा) कांग्रेस नेता और राज्य सभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे पंजाबी को जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल करने की अपील की है।
केंद्र सरकार ने दो सितंबर को जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा विधेयक, 2020 को मंजूरी दे दी थी। इसमें मौजूदा उर्दू और अंग्रेजी के अलावा कश्मीरी, डोगरी और हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में बाजवा ने जम्मू-कश्मीर और अपने राज्य का ऐतिहासिक संबंध रेखांकित करते हुए अपील की है कि वह इस सूची में पंजाबी को शामिल करके विधेयक पर दोबारा विचार करें।
इसके अलावा उन्होंने बुधवार को राज्य सभा के शून्य काल में भी पंजाबी को जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा में शामिल नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने राज्य सभा में कहा कि केंद्रशासित क्षेत्र में पंजाबी बोलने वाले लोगों की अच्छी खासी संख्या है। उन्होंने संविधान की छठी अनुसूची में जम्मू-कश्मीर में पंजाबी समेत आठ भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के रूप में मान्यता दिए जाने को भी रेखांकित किया।
भाषा स्नेहा उमा
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