श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 28 फरवरी (भाषा) ब्राजील के विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवोन्मेष मंत्री मार्कोस पोंटेस ने यहां रविवार को कहा कि इसरो द्वारा यहां श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से ब्राजील के अमेजोनिया-1 उपग्रह का सफल प्रक्षेपण भारत के साथ उनके देश के मजबूत संबंधों की शुरुआत है।
भारत के पीएसएलवी (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) सी-51 के जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 और 18 अन्य उपग्रहों का रविवार को यहां श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया गया।
इस प्रक्षेपण के बाद पोंटेस ने कहा कि यह मिशन उनके देश के लिए बहुत अहम है।
637 किलोग्राम वजनी अमेजोनिया-1 ब्राजील का पहला उपग्रह है जिसे भारत से प्रक्षेपित किया गया। यह राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (आईएनपीई) का ऑप्टिकल पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है। यह उपग्रह अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया कराएगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनाएगा।
पोंटेस ने इसरो अध्यक्ष के. सिवन की मौजूदगी में मिशन नियंत्रण केंद्र में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह देश एवं अमेजन (वन) की निगरानी करने वाला एक और उपग्रह है। यह ब्राजील में उपग्रह विकास के लिए ब्राजीली उद्योग के नए दौर को दर्शाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत खुशी का दिन है। हम कई साल से इस उपग्रह पर काम कर रहे थे। यह बहुत महत्वपूर्ण क्षण को दर्शाता है। हमारे राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुंसधान संस्थान और हमारी ब्राजीली अंतरिक्ष एजेंसी में कई लोगों ने ये प्रयास किए हैं।’’
पूर्व अंतरिक्ष यात्री पोंटेस ने कहा, ‘‘इसके लिए भारत से बेहतर कोई और स्थान नहीं हो सकता। यह इस साझेदारी में सबसे महत्वपूर्ण कदम है जो अब और मजबूत होगी।’’
उन्होंने इस सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो की सराहना करते हुए कहा कि भारत और ब्राजील मिलकर और काम करेंगे।
पोंटेस ने कहा, ‘‘हम आज जो कर रहे हैं, उसका प्रतिनिधित्व ये (मंच पर ब्राजील और भारत के) दो झंडे कर रहे हैं। यह मजबूत संबंधों की शुरुआत है। मैं यहां ब्राजील सरकार की ओर से बात कर रहा हूं। हम साथ मिलकर काम करेंगे और हम साथ मिलकर जीत हासिल करेंगे।’’
न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के अध्यक्ष जी नारायणन ने कहा कि पीएसएलवी के पहले तीन मिशन में ग्राहक अवलोकन पेलोड के जरिए एनएसआईएल की मौजूदगी रही है, लेकिन आज यह एनएसआईएल की पहली समर्पित परियोजना थी और इसके जरिए ब्राजील में निर्मित पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को ले जाया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इसरो और एनएसआईल पर भरोसा दिखाने के लिए ब्राजील के राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान को धन्यवाद देते हैं।’’
पीएसएलवी-सी51 ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लॉन्च पैड से करीब 10 बजकर 24 मिनट पर उड़ान भरी और सबसे पहले करीब 17 मिनट बाद प्राथमिक पेलोड अमेजोनिया-1 को कक्षा में स्थापित किया।
करीब डेढ़ घंटे के अंतराल के बाद अन्य उपग्रहों को 10 मिनट में एक के बाद एक करके प्रक्षेपित किया गया। इन उपग्रहों में चेन्नई की स्पेस किड्ज़ इंडिया (एसकेआई) का उपग्रह भी शामिल है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गई है।
इसरो की वाणिज्यिक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटिड (एनएसआईएल) के लिए भी यह खास दिन है। पीएसएलवी सी51/अमेजोनिया-1 एनएसआईएल का पहला समर्पित वाणिज्यिक मिशन है। इस मिशन को यहां स्थित नियंत्रण केंद्र से ब्राजील सरकार के अधिकारियों समेत अन्य लोगों ने देखा।
भाषा
सिम्मी नीरज
नीरज
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