बनिहाल/जम्मू, पांच जनवरी (भाषा) भारी बर्फबारी और कई जगह भूस्ख्लन होने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्टीय राजमार्ग मंगलवार को भी बंद रहा। हालांकि बनिहाल और काजीगुंड के बीच मुख्य सड़क को एक ओर के यातयात के लिए खोले जाने के बाद यहां फंसे 250 से अधिक वाहनों को निकाला गया, जिनमें से अधिकतर यात्री वाहन थे।
जवाहर सुरंग के पास भारी बर्फबारी के बाद शनिवार रात को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया था, जिससे कश्मीर का सड़क सम्पर्क देश के शेष हिस्सों से टूट गया है। इससे यहां दोनों ओर 4500 से अधिक वाहन फंस गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि जवाहर सुरंग के आसपास लगातार बर्फबारी, भूस्खलन, जमीन धंसने और चट्टानों के टूटकर गिरने की घटनाओं के कारण रविवार से ही मार्ग यातायात के लिए बंद है।
उन्होंने बताय कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा सोमवार शाम तक मार्ग से काफी हद तक बर्फ हटाने के बाद जम्मू जा रहे 100 ट्रकों का वहां से निकाला गया था। सोमवार रात आठ बजे यातायात को दोबारा रोकने से पहले 250 से अधिक यात्री वाहनों और आवश्यक सामान ले जा रहे दर्जनों ट्रकों के कश्मीर घाटी जाने के लिए मार्ग साफ किया गया था।
इस बीच, कैंसर के तीन मरीजों सहित दर्जनों यात्रियों को बनिहाल के तथार-नौगाम गांव के लोगों ने शरण दी थी और उन्हें भोजन कराया था। बाद में अधिकारियों ने उन्हें अपने गंतव्यों की ओर जाने की अनुमति दे दी।
जम्मू और अन्य मैदानी इलाकों में तेज बारिश हुई और ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार तीसरे दिन रुक-रुक कर बर्फबारी हुई।
इस बीच, बर्फबारी की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने के कारण ईंधन की कमी को दूर करने के लिए कश्मीर में अधिकारियों ने मंगलवार को वाहनों के लिए पेट्रोल और डीजल का कोटा तय कर दिया।
कश्मीर के संभागीय आयुक्त पी. के. पोल द्वारा जारी आदेश के अनुसार बसों, ट्रकों और वाणिज्यिक वाहनों को अधिकतम 20 लीटर, जबकि निजी वाहनों (चार पहिया) को केवल 10 लीटर ईंधन मिलेगा।
तीन पहिया वाहनों को पांच लीटर जबकि दो पहिया वाहनों को केवल तीन लीटर ईंधन मिलेगा।
प्रशासन ने एलपीजी सिलेंडर को दोबारा भरवाने के लिए 21 दिन की समय सीमा तय की है।
भाषा निहारिका अविनाश
अविनाश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)