पटना, 14 जून (भाषा) । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) ने सोमवार को उन अटकलों पर पूछे गये सवालों को टाल दिया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ कर जद (यू) में शामिल होने की योजना बना रहे हैं । जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने हालांकि यह टिप्पणी की कि कांग्रेस अब एक डूबते जहाज की तरह है और इसलिये इसे अतीत की तरह कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है । सिंह से संवाददाताओं ने मीडिया के एक वर्ग में आयी उन खबरों के बारे में पूछा था जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस के 19 में से 13 विधायक पार्टी छोड़ कर जद (यू) में जाने की योजना बना रहे है ।
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उल्लेखनीय है कि कांग्रेस को तीन साल पहले बिहार विधान परिषद में विभाजन का सामना करना पड़ा था जब पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी कुछ अन्य विधान पार्षदों के साथ जद(यू) में चले गए थे। चौधरी तब से जद(यू) में प्रमुखता से उभरे हैं और पिछले साल संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के कार्यकारी राज्य अध्यक्ष थे और उन्हें नीतीश के सबसे भरोसेमंद कैबिनेट सहयोगियों में से एक के रूप में देखा जाता है।
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आरसीपी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में पार्टी का प्रदर्शन देखिए। राज्य में कांग्रेस का शासन था और हाल के विधानसभा चुनाव में इसका सफाया हो गया। कोई आश्चर्य नहीं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद जैसे पुराने वफादार बाहर निकलने का विकल्प चुन रहे हैं।’’ उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए कहा कि जहां भी लोगों को बोलने और अपने विचार रखने का अवसर नहीं मिलेगा, संगठन पर ध्यान नहीं देंगे, केवल परिवार (नेहरू-गांधी परिवार) पर रहिएगा तो बहुत लंबा नहीं चल पाएगा। निकट भविष्य में बिहार में कांग्रेस विधायकों के पाला बदलने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर आरसीपी ने कहा, ‘‘जब कोई पुल बनता है, तभी पार करेंगे न। जब नौबत आएगी तो देखेंगे।’’