नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर गत सप्ताह एक ड्रोन देखे जाने की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को भारत ने पाकिस्तान से इसकी जांच कराने और यह सुनिश्चित कराने को कहा कि भविष्य में ऐसी सुरक्षा चूक दोबारा नहीं हो।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने डिजिटल माध्यम से संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उनसे पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के उपर ड्रोन देखे जाने की खबरों के बारे में पूछा गया था।
बागची ने कहा, ‘‘ इस वर्ष 26 जून को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के परिसर के उपर ड्रोन देखा गया था । इस मामले को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उम्मीद करते हैं कि (पाकिस्तान) इस घटना की जांच करायेगा और सुरक्षा में ऐसी चूक को दोबारा होने से रोकेगा । ’’
इससे पहले घटना की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया था कि भारतीय उच्चायोग इस मुद्दे को लेकर अपनी कड़ी आपत्ति पाकिस्तानी अधिकारियों के समक्ष दर्ज करा चुका है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले जम्मू वायु सेना स्टेशन पर 27 जून को विस्फोटकों से लदे ड्रोन से हमले की घटना घटी थी। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकियों द्वारा मानव रहित ड्रोन के जरिये भारत में प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की यह पहली घटना है।
जम्मू कश्मीर में वायु सेना स्टेशन पर आतंकी हमले के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है । आतंकवाद और आतंकी वित्तपोषण के बारे में हमारी ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं और सभी देशों से अपेक्षा करते हैं कि वे सीमापार आतंकवादियों की आवाजाही, आतंकियों की पनाहगाह और उनके वित्त पोषण को खत्म करने के लिये विश्वसनीय कदम उठायेंगे ।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हम पाकिस्तान से उसके क्षेत्र में आतंकवाद के नेटवर्क एवं उसके छद्म स्वरूप के खिलाफ ‘विश्वसनीय, पुष्ट करने योग्य एवं अपरिवर्तनीय’ कदम उठाने तथा 26 नवंबर के मुम्बई हमले और पठानकोट हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के शिकंजे में लाने की मांग करते हैं । ’’
भाषा दीपक
दीपक माधव
माधव
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