पुणे: पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी परिसर की एक इमारत में बृहस्पतिवार को आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। इससे पहले, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि आग की घटना से कोविशील्ड टीकों के निर्माण को कोई नुकसान नहीं हुआ है। कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए ‘कोविशील्ड’ टीके का निर्माण सीरम संस्थान के मंजरी केन्द्र में ही किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि जिस भवन में आग लगी वह सीरम केन्द्र की निर्माणाधीन साइट का हिस्सा है और कोविशील्ड निर्माण इकाई से एक किमी दूर है, इसलिए आग लगने से कोविशील्ड के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है।
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उन्होंने कहा, ”मैं सभी सरकारों और लोगों को एक बार फिर आश्वासन देता हूं कि कोविशील्ड के निर्माण को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि मैंने ऐसे हालात से निपटने के लिये सीरम संस्थान में विभिन्न निर्माण भवनों को आरक्षित रखा है। पुणे पुलिस और दमकल विभाग का धन्यवाद।” पूनावाला ने ट्वीट किया, ”आपकी चिंता और प्रार्थनाओं के लिए आप सभी को धन्यवाद। अब तक की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आग में किसी व्यक्ति की जान नहीं गई या कोई ज्यादा घायल नहीं हुआ, जबकि आग से इमारत को कुछ क्षति पहूंची है।”
महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आग की घटना में जान गंवाने वाले पांच लोग भवन के तल पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अग्निशमन अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान शव बरामद किये। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं। पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि अपराह्न करीब पौने तीन बजे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के परिसर में स्थित एसईजेड 3 भवन के चौथे और पांचवें तल पर आग लग गई।
उन्होंने कहा, ”नौ लोगों को भवन से बाहर निकाल लिया गया है। ” घटना के वायरल हुए वीडियो में भवन से धुआं उठता दिख रहा है। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा कि जिस भवन में आग लगी, उसमें फंसे सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ”आग बुझाने वाले पानी के 15 टैंकरों को काम में लगाया गया और शाम करीब साढ़े चार बजे उसपर काबू पा लिया गया।”
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अधिकारी ने कहा, ”आग लगने का कारण अभी पता नहीं चला है। फर्नीचर, तार, कैबिन जलकर राख हो गए हैं। जहां आग लगी, उन तलों पर कोई महत्वपूर्ण मशीनरी अथवा उपकरण नहीं रखे थे। ” पवार ने कहा, ”मैंने पुणे नगर निगम से घटना के बारे में जानकारी ली है और इस घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है।” मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बिजली संबंधी खामी के चलते आग लगी। ठाकरे ने कहा, ”प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग वहां नहीं लगी जहां कोविड-19 टीकों का निर्माण किया जा रहा है बल्कि उस इकाई में लगी है जहां बीसीजी टीके बनाए जा रहे हैं।”