इंदौर, 16 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में इस महामारी से बचाव के लिये टीकाकरण अभियान शुरू किया गया और पहला टीका शनिवार को स्वास्थ्य कर्मी आशा पवार को लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी ।
स्वास्थ्य कर्मी ने इस दौरान बताया कि इस टीके के प्रभावों को लेकर उनके मन में कोई डर नहीं है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह टीका महामारी से लोगों की जान बचाने में मददगार साबित होगा।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पवार को शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय में कोविड-19 का टीका लगाया गया। इस दौरान प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट तथा इंदौर के लोकसभा सांसद शंकर लालवानी के साथ आला अधिकारी मौजूद थे और टीकाकरण केंद्र को गुब्बारों से सजाया गया था।
टीका लगवाने के बाद पवार (55) ने अंगुलियों से ‘विक्टरी साइन’ बनाते हुए खुशी जाहिर की।
इंदौर, कोरोना वायरस संक्रमण से करीब 10 महीने से जूझ रहा है।
पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘इंदौर में महामारी के प्रकोप की शुरूआत के वक्त डर का माहौल था। लेकिन अब टीका लगवाने के बाद मेरे मन में कोई डर नहीं है और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि यह टीका कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों की रक्षा करते हुए उनकी जान बचाने में मददगार साबित होगा।’
पवार, जिला चिकित्सालय में आया के रूप में पदस्थ हैं और टीकाकरण के वक्त उनके परिवार के सदस्य भी अस्पताल में मौजूद थे।
पवार के पति की करीब 30 साल पहले ही मौत हो चुकी है। उनके परिवार में बेटा, बहू और पोता-पोती हैं।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में गत 24 मार्च से लेकर 15 जनवरी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 56,969 मरीज मिले हैं।इनमें से 917 मरीजों की मौत हो चुकी है।
भाषा हर्ष
रंजन
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