जयपुर, आठ जनवरी (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा के बड़े केन्द्र ही नहीं बनें बल्कि विश्वस्तरीय अकादमिक संस्थानों के रूप में विकसित हों तथा उनमें युगानुरूप पाठ्यक्रम अकादमिक गुणवत्ता के साथ तैयार किए जाने चाहिए।
मिश्र राजस्थान विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह व 75 वें स्थापना दिवस के मौके पर आनलाइन संबोधन दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए शिक्षक, विद्यार्थी तथा प्रशासन एक अभियान की तरह काम करें। मिश्र ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालय ऐसा शिक्षा मॉडल विकसित करें जिससे न केवल मस्तिष्क विकसित हो बल्कि युवाओं की सकारात्मक मानसिकता भी बनाने में उसका योगदान हो।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय केवल पढ़ाने की ही अपनी भूमिका का निर्वहन नहीं करें बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए युवाओं के मार्गदर्शन में भी अपना योगदान दें।
उन्होंने प्राध्यापकों को पाठ्यपुस्तकों के साथ ही अधुनातन ज्ञान से निरंतर अपने आपको अद्यतन रखने का भी आह्वान किया। कुलाधिपति मिश्र ने कहा कि भारत और भारतीयता को केन्द्र में रखकर तकनीकी, वैज्ञानिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक दृष्टि से स्वयं को इस प्रकार विकसित करें कि राजस्थान विश्वविद्यालय देशभर में आदर्श माडल के रूप में अपनी विशेष पहचान भविष्य में बनाए।
भाषा कुंज पृथ्वी अमित
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