पटना, नौ नवंबर (भाषा) बिहार विधानसभा चुनाव में अधिकांश एक्जिट पोल में राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पांच दलों के महागठबंधन को जीत हासिल होने का पूर्वानुमान व्यक्त किये जाने के बीच मंगलवार को मतगणना होगी ।
राज्य में मतगणना 38 जिलों के 55 मतगणना केंद्रों पर होगी और इसके परिणाम नीतीश कुमार सरकार का भविष्य तय करेंगे । नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षो से बिहार के मुख्यमंत्री हैं ।
कुछ दिनों पहले अधिकांश एक्जिट पोल में जदयू-भाजपा गठबंधन की पराजय और राजद नीत महागठबंधन की जीत का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है । 31 वर्षीय तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं ।
चुनाव आयोग ने मतगणना सुचारू रूप से कराने के लिये पुख्ता प्रबंध किया है और इस बात का ध्यान रखा है कि मतों की गिनती की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आए ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बताया कि मतदान होने के बाद जिन कक्षों (स्ट्रांग रूम) में ईवीएम मशीनों को रखा गया है, वहां पर केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों को तैनात किया गया है और मंगलवार को डाक मतपत्रों की गिनती के बाद इसे खोला जायेगा ।
बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये हुए मतदान में वैशाली जिले के राघोपुर सीट पर सभी निगाहें लगी हुई हैं जहां से तेजस्वी यादव चुनावी मैदान में हैं ।
बहरहाल, नीतीश कुमार बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा है । राघोपुर सीट पर पूर्व में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने समस्तीपुर जिले के हसनपुर सीट से चुनाव ल़ड़ा है ।
इसके अलावा जिन नेताओं पर लोगों की नजर रहेगी उनमें पटना साहिब से नंद किशोर यादव, मोतीहारी से प्रमोद कुमार, मधुबनी से राणा रणधीर, मुजफ्फरपुर से सुरेश शर्मा, नालंदा से श्रवण कुमार, दिनारा से जय कुमार सिंह, जहानाबाद से कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा शामिल हैं । अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, वी आई पी के नेता मकुश सहनी, खेल से राजनीति में आई श्रेयसी सिंह, प्लूरल्स पार्टी की नेता पुष्पम प्रिया चौधरी आदि शामिल हैं ।
चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं ने लालू राबड़ी के 15 वर्षो के शासनकाल के दौरान पूर्व में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति का आरोप लगाते हुए लोगों के सामने राजद से ‘जंगलराज’को जोड़कर बात रखने का प्रयास किया था । वहीं, महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी चुनावी सभाओं में लगातार इस वादे को दोहराया कि उनकी सरकार बनी तब पहली कैबिनेट में 10 लाख लोगों को नौकरी देने पर मुहर लगायी जायेगी ।
चुनाव में दो बाहुबलियों अनंत सिंह (मोकामा) और रीतलाल यादव (दानापुर) पर भी नजर रहेगी । दोनों ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा है ।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव में राजद के एक भी सीट नहीं जीतने के बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाया गया ऊाा । पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 40 सीटों में से राजग ने 39 सीटें जीत ली थी और कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई थी ।
भाषा दीपक
प्रशांत उमा
उमा
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