रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर पहले से कहीं ज्यादा गंभीर और तेज रफ्तार वाली है। कोरोना की नई लहर पहले से कहीं ज्यादा बीमार कर रही है। लोग बहुत गंभीर अवस्था में अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल अंबेडकर अस्पताल में 40 बेड वाले आईसीयू को पहली लहर में फुल होने में 4 महीनों का समय लग गया था। वहीं पहली लहर का पीक भी तीन आईसीयू यूनिट में मैनेज हो गया था, लेकिन इस बार शुरू हुई दूसरी लहर ने महज 10 दिन में तीनों आईसीयू यूनिट को फुल कर दिया है।
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हालात यह हो गए हैं कि स्थिति से निपटने के लिए 17 बेड की क्षमता वाले एक और आईसीयू यूनिट को तैयार करना पड़ गया है, लेकिन जिस रफ्तार से गंभीर मरीजों का आना जारी है उसे देखकर लगता नहीं कि यह तैयारी भी काफी होगी। अस्पताल पहुंचने वाले मरीज जबकि कम गंभीर मरीजों के लिए तैयार किए गए एचडीयू और सामान्य वार्ड अभी भी क्षमता से आधी खाली पड़े हैं। कोरोना सीए वार्ड के इंचार्ज डॉ ओपी सुंदरानी मौजूदा हालात को बेहद चिंताजनक बता रहे हैं और लोगों से बेहद सतर्क ता बरतने की अपील कर रहे हैं।
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