36 पटवारियों को व्यावहारिक परीक्षा में किया गया फेल | 36 patwaris failed in practical examination

36 पटवारियों को व्यावहारिक परीक्षा में किया गया फेल

36 पटवारियों को व्यावहारिक परीक्षा में किया गया फेल

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 PM IST
,
Published Date: July 15, 2020 11:21 am IST

नेपानगर। खकनार और नेपानगर अनुभाग के करीब 36 पटवारियों को एसडीएम विशा माधवानी ने व्यवहारिक परीक्षा में दक्ष नहीं पाने पर फे ल कर दिया, लेकि न इसे लेकर पटवारी संघ में आक्रोश है। उनका कहना है कि द्वेषपूर्ण तरीके से पटवारियों को फे ल कि या गया है। उन्होंने कलेक्टर प्रवीण सिंह को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच की मांग की है।

पढ़ें- धर्म/पर्यटन : असीरगढ़ किले की शान है विशाल जामा मस्जिद, अंग्रेजों का बनाया गि…

ज्ञापन में बताया कि व्यावहारिक परीक्षा में जो काम कि या है उसकी दोबारा जांच कराई जाए। प्रत्येक पटवारी की फाइल चेक की जाए। जिले में बुरहानपुर को मिलाकर 55 नवीन पटवारी शामिल थे। बुरहानपुर के सभी 19 पटवारी पास कर दिए गए, लेकि न नेपानगर एसडीएम ने खकनार के 12 और नेपानगर के 12 पटवारियों को फे ल कर दिया। उनका कहना है कि फाइल तैयार करने सहित अन्य कामों में कु शल नहीं होने पर नियमानुसार फे ल कि या गया है। नवीन पटवारियों की व्यावहारिक परीक्षा में दोषपूर्ण तरीके से अंक देकर ज्यादातर पटवारियों को अनुत्तीर्ण कर दिया है। इस परीक्षा परिणाम में द्वेषपूर्ण तरीका अपनाया गया है।

पढ़ें- बुरहानपुर में आंधी और बारिश ने मचाई तबाही, केले की फसल हुई चौपट

पटवारियों का कहना है कि एक पटवारी ने 360 अंक लाकर प्रदेश में टॉप कि या है उसे भी यहां व्यावहारिक परीक्षा में फे ल कर दिया गया। पटवारियों ने ज्ञापन में कहा कि बुरहानपुर में पटवारियों को शत प्रतिशत अंक देकर पास कि या गया। जबकि नेपानगर और खकनार अनुभाग में परीक्षार्थियों को न्यूनतम से भी कम अंक देकर ज्यादातर परीक्षार्थियों को अनुत्तीर्ण कर दिया गया।

पढ़ें- बुरहानपुर में कोरोना के 11 नए मरीज मिले, थाना प्रभारी भी पाए गए संक…

व्यावहारिक परीक्षा में अंकों का विभाजन कार्य पद्धत्ति और कार्य कु शलता को लेकर कि या जाता है। पटवारियों द्वारा अधिकारियों की ओर से दिए गए आदेशों का पालन समय समय पर कि या गया। जैसे राजस्व न्यायालय के प्रकरणों में पंचनामा, प्रतिवेदन, फर्द बटांक, बीपीएल आवेदन, जांच, सीमांकन, कार्य, राजस्व अभियान में ड्यूटी, विधानसभा व लोकसभा चुनाव जैसे अति संवेदनशील कार्यों में दिन रात काम कि या गया।