रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। सरकार ने प्रदेश में तीन BSL- II लैब स्थापित करने का फैसला लिया है। नए बीएसएलआईटी लैब स्थापित किए जाने के बाद प्रदेश में कोरोना जांच में तेजी आएगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच हो सकेगी। इस बात की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दी है।
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मिली जानकारी के अनुसार कोरोना संकट के बीच छत्तीसगढ़ सरकार बिलासपुर, राजनादगांव और अम्बिकापुर में 3 नए BSL- II लैब स्थापित करेगी। नए लैब की स्थापना होने के बाद जहां जांच में तेजी आएगी, वहीं रिपोर्ट भी अब तेजी से आएंगे। बता दें कि वर्तमान में रोजाना 3000 से अधिक संदिग्धों की जांच की जा रही है। वहीं अब तक पूरे प्रदेश में 50 हजार से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है।
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बता दें कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में स्थापित चार लैबों एम्स, रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय तथा जगदलपुर व रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के माध्यम से रोज तीन हजार से अधिक सैंपलों की जांच हो रही है। आरटीपीसीआर जांच के लिए इन चारों लैब में पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध हैं। रायपुर के लालपुर स्थित लैब में भी ट्रू-नॉट विधि से सैंपलों की जांच की जा रही है। प्रदेश में अब तक 55 हजार से अधिक कोविड-19 संभावितों के सैंपल की जांच हो चुकी है। राजनांदगांव, बिलासपुर और अंबिकापुर के शासकीय मेडिकल कॉलेजों में भी कोरोना वायरस जांच के लिए आईसीएमआर के मानकों के अनुरूप बीएसएल-2 लैब की स्थापना का काम जोरों पर हैं।
बिलासपुर, राजनादगांव और अम्बिकापुर में 3 नए BSL- II लैब का गठन किया जा रहा है। निर्माण और उपकरणों की प्राप्ति का कार्य प्रगति पर है। हमे आशा है कि यह कार्य 4 हफ्तों कर अंदर सम्पूर्ण हो जाएगा और हमारे COVID19 की जांच की क्षमता को गति प्रदान करेगा।
— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) May 27, 2020
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