सुकमा, छत्तीसगढ़। सुकमा के एलमागुंडा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में घायल तीन जवान वापस लौट गए हैं। लेकिन 14 जवान अब भी लापता हैं। नक्सलियों ने 15 हथियार और एक यूबीजीएल लूट ले गए थे।
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बता दें एलमागुंडा के पास 5 घंटे तक पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में कई बड़े नक्सली नेता समेत कई नक्सलियो के मारे जाने और घायल होने सूचना है। मुठभेड़ में घायल 15 जवानों को देर रात रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनमें से 12 जवानों की हालत सामान्य और 3 जवान गंभीर रूप से घायल हैं, अभी तक किसी भी जवान के शहीद होने की सूचना नहीं है। इस घटना के बाद से जवानों से संपर्क नहीं हो पाया है।
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जानकारी के मुताबिक लापता जवानों के साथ अनहोनी होनी की खबर है लेकिन इस बात की पुष्टि कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं कर रहे हैं। पुलिस को कसालपाड़ इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों के जमा होने की खबर मिली थी। इसके बाद डीआरजी और एसटीएफ और कोबरा की टीम को शुक्रवार को दोरनापाल से रवाना किया गया था। यह टीम बुरकापाल पहुंची और यहां से कोबरा के जवानों की एक टुकड़ी इनके साथ नक्सलियों के एनकाउंटर के लिए निकली।
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जवान नक्सलियों को सरप्राइज एनकाउंटर में फंसाना चाह रहे थे, लेकिन जवानों के जंगलों में घुसने की खबर पहले ही नक्सलियों तक पहुंच गई थी। नक्सलियों ने रणनीति के तहत जवानों को जंगलों के अंदर तक आने दिया। जवान कसालपाड़ के आगे तक गए और जब नक्सली हलचल नहीं दिखी तो वो वापस लौटने लगे। जैसे ही सुरक्षा बल कसालपाड़ से निकले, नक्सलियों के लगाए एंबुश में फंस गए।
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कसालपाड़ से कुछ दूर आगे कोराज डोंगरी के पास नक्सलियों ने पहाड़ के ऊपर से जवानों पर हमला बोल दिया। अचानक हुई गोलीबारी में कुछ जवान घायल हुए और कुछ शहीद हो गए हालांकि इसकी अभी तक अधिकारिक पुष्टि नही हुई है, इसके बाद दोनों और से रुक-रुककर गोलीबारी होती रही।