रायपुर। राजधानी में अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि संगीन से संगीन अपराध को अंजाम देते हुए भी उनके हाथ नहीं कांपते। उन्हें खाकी का कोई खौफ नहीं क्योंकि पुलिस मामलों में कार्रवाई करने में बेहद फिसड्डी साबित हो रही है। हत्या के मामले हों, कोयला चोरी हो, ड्रग तस्करी का मामला हो या क्वींस क्लब में हुई फायरिंग का पुलिस की जांच कछुआ चाल पर है। क्वींस क्लब मामले में तो पुलिस अब तक डायरेक्टर नमित जैन से पूछताछ तक नहीं कर पाई है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है।
Read More News: विधान परिषद की 11 सीटों के लिए हुए चुनाव में 55.47 प्रतिशत मतदान
बेरहमी से कत्ल का ये वीडियो बताने के लिए काफी है की राजधानी रायपुर में बदमाशों के मन से पुलिस का डर खत्म हो चुका है। कैसे राजधानी के बोरियाकला इलाके में एक नाबालिग को बदमाश ने चाकु से गोद डाला और उसके साथी इस खूनी वारदात का वीडियो बनाते रहे। इसमें कोई शक नहीं की हत्यारा नशे में धुत है और नशे में उसने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
Read More News: गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जवानों की खुदकुशी के बढ़ते मामलों पर की चर्चा, अपर मुख्य सचिव को दिए अहम निर्देश
महीने भर में ही हत्या की 18 वारदातें
जाहिर है नशे के चलते रायपुर में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। महज महीने भर में ही हत्या की 18 वारदातें हुई हैं। राजधानी में नशे के अड्डे हों या लॉकडाउन में होटल क्वींस क्लब में शराब पार्टी और गोलीकांड हो। इसे पुलिस की नाकामी ना माने तो क्या माने। ये भी मान लेते हैं की अपराध कहीं भी कोई भी कर सकता है। इसमें भला पुलिस क्या कर लेगी। लेकिन अपराध के बाद पुलिस कार्रवाई तो कर सकती है। लेकिन रायपुर पुलिस इसमें भी सुस्त है। इसकी सबसे बड़ी बानगी 27 सितंबर को क्वींस क्लब में लॉकडाउन के दौरान हुई शराब पार्टी और गोलीकांड है।
Read More News: विश्व एड्स दिवस: दक्षिण अफ्रीका को एचआईवी की नई दवा से उम्मीद
क्वींस क्लब के डायरेक्टर से अब तक नहीं पूछताछ
पुलिस अब तक क्वींस क्लब के डायरेक्टर नमित जैन को पूछताछ के लिए तक नहीं बुला पाई है। पूछने पर एक ही जवाब। जांच जारी है, जबकि कोकीन तस्करी का मुख्य आरोपी संभव पारख ये कबूल कर चुका है की वो होटल क्वींस क्लब का मैनेजर है, जिसका मालिक नमित जैन है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पुलिस ने अब तक नमित जैन से पूछताछ क्यों नहीं की।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/qR3xYuYJpZY” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; clipboard-write; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>
स्टील प्लांट को लगाया करोड़ों का चूना
दूसरी बड़ी लापरवाही स्टील प्लांट को करोड़ों का चूना लगाने वाले कोयला चोर प्रीतम सिंह रंधावा उर्फ प्रीतम सरदार और सरफराज खान उर्फ बाबू खान को पकड़ने में की जा रही है। फरारी के बीच प्रीतम सरदार अपने मकान में रंगरोगन का काम करवा रहा है। और जमानत के लिए कोशिश में जुटा है। जबकि दूसरा आरोपी सरफराज उर्फ बाबू खान लगातार खरोरा और भिलाई में शादियों में देखा गया है। इसके बाद भी पुलिस इतने गंभीर मामले में लापरवाही की हदें लांघ रही है।
Read More News: BJP विधायक आकाश विजयवर्गीय ने शासकीय शिक्षकों पर दिया विवादित बयान, स्कूल की नई इमारत के लिए किया भूमिपूजन
खुलेआम चल रहा नशे का कारोबार
राजधानी के आजाद चौक जैसे थाने में गांजा, चरस, नशीली सिरप, नशीली गोलियां बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हुई है। सोमवार को ही पुलिस ने सिरप की लगभग 5 सौ शीशियों के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन गोलबाजार, कालीबाड़ी, गुढ़ियारी, उरला और टिकरापारा थाना इलाकों में आज भी खुलेआम नशे का कारोबार चल रहा है। जबकि ज्यादातर वारदातों की जड़ नशा ही है। हालांकि DGP का कहना है कि FIR होने के बाद फौरन गिरफ्तारी हो ये जरूरी नहीं। जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
Read More News: बीएसएफ का 56वां स्थापना दिवस, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- भारत को BSF पर गर्व है
अपराधियों में कानून का डर नहीं..
सवाल ये है कि आखिर वक्त रहते पुलिस आरोपियों पर शिकंजा क्यों नहीं कसती। ताकी दूसरे अपराधियों के मन में पुलिस और कानून का डर बना रहे। अब देखना ये है कि क्वींस क्लब समेत बाकी मामलों में पुलिस कितनी जल्दी कार्रवाई कर अपनी सख्ती की बानगी पेश करती है।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/-jtHo4x15eY” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; clipboard-write; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>