इंदौर, मध्यप्रदेश। 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में साबुन से हाथ धोने के स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूकता और समझ में वृद्धि करना है। हैंड वॉश और कोविड की रोकथाम के लिए इंदौर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने स्वच्छता वैन को हरी झंडी देकर रवाना किया है। 21 अक्टूबर तक शहर में जन जागरूकता अभियान चलेगा।
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इसलिए जरूरी है हैंडवॉश
बता दें ग्लोबल हैंडवाशिंग पार्टनरशिप द्वारा 2008 में ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की शुरूआत कि गई थी। इसके जरिए लोगों को रचनात्मक तरीकों से समय-समय पर हाथ धोने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जैसे बाथरूम इस्तेमाल करने पर, खाना बनाने से पहले, बनाते समय और बनाने के बाद आदि। हेल्थ को देखते हुए हाथों की सफाई रखना बेहद जरूरी है। क्योंकि इससे शरीर में फैलने वाले अधिकतर इन्फेक्शन हाथों के जरिए ही पहुंचते हैं।
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डॉक्टर्स का मानना है कि अच्छी तरह से हाथ धोने से दस्त और निमोनिया सहित कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। कई रिसर्च में भी यह आ चुका है कि खाने के पहले अच्छी तरह से हाथ धोने पर बच्चों में दस्त होने का खतरा 40 परसेंट तक कम हो जाता है।
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लोगों को हाथ धोने के बारे में सिखाने से उन्हें और उनके स्वास्थ को अच्छा बनाने में मदद मिलती है। इससे न सिर्फ लिवर से जुड़ी समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि सर्दी बुखार और वायरल का असर कम हो जाता है।
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कई बार ऐसे जीवाणु और विषाणु होते हैं जो कि नग्न आंखों से नहीं देखे जा सकते हैं। ये मोबाइल फोन और टूथब्रश में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। ऐसे में खाने के पहले नियमित रूप से हाथ धोने की आदत बैक्टिरिया को खत्म कर देती है।