Chaitra Navratri 2024: हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। वैसे तो साल में चार नवरात्रि तिथियां होती हैं, लेकिन इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि को प्रमुख माना जाता है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से हो रहा है जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा। 9 अप्रैल को ही घट स्थापना होगी और मां दुर्गा की नौ दिवसीय पूजा शुरू होगी। विभिन्न मंदिरों में पूजा को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। वहीं नवरात्रि के दिनों में भूलकर भी कुछ काम नहीं करना चाहिए। शास्त्रों में इसकी मनाही भी है। धार्मिक मान्यता है कि इन कामों को करने से देवी रुष्ट हो जाती है।
1.नवरात्रि के दिनों में मातृ शक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए। मां, बहन, पत्नी या किसी भी स्त्री पर अभद्र, अशोभनीय टिप्पणी और विवाद से बचना चाहिए।
2.नवरात्रि के नौ दिनों में बिस्तर का त्याग कर जमीन पर सोना चाहिए। इससे भी देवी का आशीर्वाद भक्तों पर बना रहता है।
3.नवरात्रि के नौ दिनों में शुद्ध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। इस समय लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि जहां राहु-केतु का रक्त गिरा था वहीं से लहसुन-प्याद की उत्पत्ति हुई है. इसलिए इसे अशुद्ध माना जाता है।
4. जो व्यक्ति नौ दिनों का व्रत रखता है, उन्हें नवरात्रि में बाल, नाखून, दाड़ी नहीं काटनी चाहिए। इससे देवी रुष्ट हो जाती है।
5. नवरात्रि में कन्या, महिला, बुजुर्ग, पुश-पक्षियों को बेवजह परेशान न करें। किसी असहाय को मानसिक और शारीरिक तौर पर चोट न पहुंचाएं ऐसा करने से देवी नाराज होती हैं।
6. नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए।