बिलासपुरः समाजसेवा को सर्वोपरि मानकर डॉ सुषमा सिंह महिलाओं को स्वावलंबी और सशक्त करने की मुहिम में जुटी हैं। अपनी इस मुहिम के लिए सुषमा ने प्रोफेसर की नौकरी तक को त्याग दिया।
सामाजिक संस्था निदान की फाउंडर डॉ सुषमा आदिवासी और ग्रामीण अंचल की महिलाओं को शारीरिक स्वच्छता और बीमारियों के प्रति जागरूक करती हैं। उन्हें अपनी संस्था निदान के जरिए सैनेटरी पैड, औषधीय लड्डू बनाने और सिलाई की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार से जोड़ने का काम भी कर रही हैं।
डॉ सुषमा ग्रामीण युवा प्रतिभाओं को निखारने और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की दिशा में भी अथक प्रयास कर रही हैं। डॉ सुषमा का एक ही सपना है सबल महिला,प्रबल छत्तीसगढ़। उनके नेक जज्बे को सलाम करते हुए…उन्हें IBC24 नारी रत्न सम्मान प्रदान किया गया।