बिलासपुरः शारीरिक अक्षमता शरीर को कमजोर कर सकती है, इरादों को नहीं। इस बुलंद हौसले की जीती जागती मिसाल हैं। कोरिया की कुमारी विजयारानी कृष्णमूर्ति। छत्तीसगढ़ विकलांग एकता संघ की जिलाध्यक्ष विजयारानी अपनी दुश्वारियों को भूलकर बीते 15 सालों से दिव्यांगों का पता लगाकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लक्ष्य में जुटी हैं। नगर पालिका चिरमिरी के अंतर्गत आने वाले 40 वार्डों में घूम-घूम कर वो महिलाओं के 30 समूह बना चुकी हैं।
विजयारानी समाज के उन लोगों के लिए करारा जवाब हैं जो मानते हैं कि शारीरिक अक्षमता अभिशाप हैं। अपनी कमजोरियों को मिलकर कैसे ताकत बनाया जाए ये सिखाने और कर दिखाने वाली कुमारी विजयारानी कृष्णमूर्ति को IBC24 नारी रत्न सम्मान से नवाजा गया।