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अमरावती, सात नवंबर (भाषा) शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उसके ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर बृहस्पतिवार को निशाना साधते हुए कहा कि वह महाराष्ट्र को बांटने और लूटने के सत्तारूढ़ पार्टी के एजेंडे को सफल नहीं होने देंगे।
उद्धव ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दे पर भी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि जब राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं तो ‘लाडकी बहिन योजना’ के तहत दी जा रही मासिक वित्तीय सहायता का क्या फायदा है।
ठाकरे ने दरियापुर से पार्टी के उम्मीदवार गजानन लवटे के पक्ष में प्रचार करने के लिए अमरावती में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां कीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी भाषणों में विपक्षी दलों पर निशाना साधने के लिए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का बार-बार इस्तेमाल किया है।
ठाकरे ने इसका जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं बांटने और लूटने के भाजपा के एजेंडे को सफल नहीं होने दूंगा बल्कि मैं महाराष्ट्र को आत्मनिर्भर राज्य बनाऊंगा। भाजपा का एजेंडा है- हम महाराष्ट्र को लूटेंगे और (धन को) दोस्तों में बांटेंगे लेकिन हम उन्हें न तो लूटने देंगे, न बांटने देंगे।’’
उन्होंने कहा कि 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में लड़ाई महा विकास आघाडी (एमवीए) और महायुति के बीच नहीं है, बल्कि यह ‘महाराष्ट्र प्रेमियों’ और ‘महाराष्ट्र द्रोहियों’ के बीच की लड़ाई है।
ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं उन्हें ‘महाराष्ट्र द्रोही’ कह रहा हूं क्योंकि उनके विश्वासघात के कारण एक अच्छी सरकार गिर गई।’’ उनका इशारा अविभाजित शिवसेना के उन विधायकों की ओर था जिन्होंने एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद उनका साथ दिया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि एमवीए गठबंधन महाराष्ट्र के हितों की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम कर रहा है।
ठाकरे ने कहा, ‘‘गद्दारों ने ढाई साल पहले हमें जो घाव दिए थे, वे अब भी ताजा हैं। हम उन्हें हराने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे और अब वह समय आ गया है। उन्होंने मुझे नहीं बल्कि महाराष्ट्र की जमीन को धोखा दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने महाराष्ट्र में किसानों का कर्ज माफ किया लेकिन कभी दिखावा नहीं किया क्योंकि यह कोई उपकार नहीं बल्कि जिम्मेदारी थी। एमवीए ने यह काम किया लेकिन कभी इसका बखान नहीं किया।’’
उन्होंने राज्य में बहनों के प्रति ‘‘अचानक पैदा हुए प्रेम’’ के लिए महायुति सरकार की आलोचना की।
उन्होंने बदलापुर की घटना का हवाला देते हुए कहा, ‘‘राज्य में महिलाएं हर रोज अत्याचार का सामना कर रही हैं।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘(लाडकी बहिन योजना के तहत) 1,500 रुपये की सहायता का क्या फायदा है, जब सरकार महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा भी सुनिश्चित नहीं कर सकती।’’
बदलापुर में दो नाबालिग स्कूली छात्राओं के यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई थी।
उन्होंने राज्य में किसानों की समस्याओं पर चिंता जताते हुए कहा कि अगर कोई किसान कहता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वादे के मुताबिक उसकी आय दोगुनी हो गई है तो वह अपने सभी उम्मीदवारों के नाम वापस ले लेंगे।
ठाकरे ने कहा, ‘‘भाजपा कहती है कि मैंने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है। क्या मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया है? नहीं, लेकिन मैं भाजपा के हिंदुत्व का पालन नहीं करने जा रहा हूं। हमारा हिंदुत्व वह है जो राम को हमारे दिलों में बसाता है और बेरोजगार हाथों को काम देता है।’’
उन्होंने सवाल किया कि सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने माफी क्यों नहीं मांगी जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार और प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना के लिए माफी मांगी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि यदि एमवीए की सरकार बनती है तो उनका गठबंधन ‘लाडकी बहिन योजना’ को बंद नहीं करेगा। ठाकरे ने कहा, ‘‘योजना बंद नहीं होगी बल्कि महिलाओं को 3,000 रुपये मिलेंगे जो महायुति सरकार द्वारा दी जा रही राशि से अधिक है।’’
भाषा
सिम्मी वैभव
वैभव
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