(फाइल फोटो के साथ)
अमरावती, 21 सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि तिरुपति लड्डुओं में पशु चर्बी की मिलावट के आरोपों के बाद सरकार भावी कदम के बारे में संतों, पुजारियों और हिंदू धर्म के अन्य शीर्ष विशेषज्ञों से परामर्श करेगी।
हाल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायक दल की बैठक के दौरान नायडू ने दावा किया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकेटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और अपने अनोखे स्वाद के लिए चर्चित लोकप्रिय तिरुपति लड्डुओं को बनाने में घटिया सामग्री एवं पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परामर्श के बाद सरकार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के संबंध में अपना निर्णय लेगी जो तिरुपति स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का आधिकारिक संरक्षक है।
नायडू ने एक बयान में कहा, ‘‘हम इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि टीटीडी के संबंध में आगे क्या करना है और कैसे आगे बढ़ना है। पुरोहितों, पुजारियों और सनातन धर्म (हिंदू धर्म) के विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद, हम तय करेंगे कि संप्रोक्षण (अनुष्ठानिक पवित्रीकरण) कैसे किया जाना चाहिए।’’
तिरुपति लड्डू की अद्वितीय महिमा पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों ने बेहतर प्रसाद बनाने की चेष्टा की लेकिन वे उसमें विफल रहे।
नायडू ने कहा, ‘‘अयोध्या में भी उन्होंने बिलकुल तिरुमाला जैसा लड्डू बनाने की कोशिश की और उसके लिए कारीगरों को भी यहां से ले जाया गया लेकिन वह नहीं हो पाया। वहां (अयोध्या) के लोगों ने मुझे इस मामले के बारे में बताया।’’
भाषा
राजकुमार नेत्रपाल
नेत्रपाल
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