अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाऊंगा: जीशान सिद्दीकी |

अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाऊंगा: जीशान सिद्दीकी

अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाऊंगा: जीशान सिद्दीकी

:   Modified Date:  October 25, 2024 / 02:17 PM IST, Published Date : October 25, 2024/2:17 pm IST

(अनन्या गुप्ता)

मुंबई, 25 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता जीशान सिद्दीकी ने शुक्रवार को संकल्प जताया कि वह अपने पिता बाबा सिद्दीकी की विरासत को आगे बढ़ाएंगे जिनकी पिछले दिनों कुछ हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

जीशान ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल करेगी।

राकांपा ने जीशान को बांद्रा पूर्व विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है। इस बाबत घोषणा होने के बाद उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि इस मुश्किल समय में उप मुख्यमंत्री अजित पवार, वरिष्ठ पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने उन पर भरोसा जताया है।

जीशान ने कहा, ‘‘यह मेरे परिवार के लिए एक भावनात्मक क्षण है और जब हमारे दोस्तों ने हमारे साथ खेल खेला, अजित दादा ने अपनी बात रखी और मुझ पर तथा बांद्रा पूर्व विधानसभा के लोगों की मांग पर भरोसा रखा।’’

महाराष्ट्र में 2019 में हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज कर चुके जीशान को पार्टी ने हाल में हुए विधान परिषद चुनाव में क्रॉस-वोटिंग करने के लिए निलंबित कर दिया था।

उनके पिता और पूर्व कांग्रेसी नेता बाबा सिद्दीकी ने इस साल की शुरुआत में महायुति में शामिल राकांपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।

बाबा सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को बांद्रा में जीशान के दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के सिलसिले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

भावुक दिख रहे जीशान ने कहा, ‘‘मेरे पिता की कमी हमेशा खलेगी। मेरी बहिन और मैं अविवाहित हैं। वह हमसे शादी करने और उन्हें नाती-पोतों का सुख देने को कहते थे, लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ होगा। हम उनकी लड़ाई जारी रखेंगे। मुझे भरोसा है कि उन्हें न्याय मिलेगा और मेरे परिवार को न्याय मिलेगा।’’

जीशान ने कांग्रेस पर धर्मनिरपेक्ष नहीं होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार मैंने देखा कि उच्च सदन में एक भी मुस्लिम नहीं था। अब राकांपा ने एक मुसलमान को मनोनीत किया है। अजित दादा ऐसे नेता हैं जो हर वर्ग और धर्म के लोगों को साथ लेकर चलते हैं और वाकई धर्मनिरपेक्ष हैं। एक पार्टी ऐसी है जो धर्मनिरपेक्ष नहीं थी लेकिन खुद को रातोंरात धर्मनिरपेक्ष कहने लगी..वो है शिवसेना (यूबीटी)।’’

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।

भाषा वैभव नरेश

नरेश

 

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