बुडामेरु में जलस्तर कम हुआ, विजयवाड़ा में बाढ़ का पानी कम होने की उम्मीद : नायडू |

बुडामेरु में जलस्तर कम हुआ, विजयवाड़ा में बाढ़ का पानी कम होने की उम्मीद : नायडू

बुडामेरु में जलस्तर कम हुआ, विजयवाड़ा में बाढ़ का पानी कम होने की उम्मीद : नायडू

:   Modified Date:  September 9, 2024 / 03:52 PM IST, Published Date : September 9, 2024/3:52 pm IST

अमरावती, नौ सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को कहा कि विजयवाड़ा में सभी जगहों पर बाढ़ का पानी शाम तक कम होने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा कि बुडामेरु नाले (छोटी नदी) में जलस्तर कुछ हद तक कम हो गया है।

बंगाल की खाड़ी में दबाव के चलते हुई मूसलाधार बारिश और उफनती बुडामेरु नदी में जलस्तर बढ़ने से विजयवाड़ा के कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करने और कुछ जिलों में बारिश की स्थिति का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ टेलीकांफ्रेंस के जरिये बातचीत की।

नायडू ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘बुडामेरु में बाढ़ का पानी कुछ हद तक कम हो गया है। आज (सोमवार) शाम तक लगभग सभी जगहें (विजयवाड़ा) जलभराव से मुक्त हो जाएंगी।’’

सोमवार सुबह हैदराबाद से विजयवाड़ा लौटे अजीत सिंह नगर के रहने वाले एक व्यक्ति ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इलाके से बाढ़ का पानी कम हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन इलाकों में लोग और वाहन नहीं जा सकते हैं वहां बाढ़ राहत के लिए अधिकारी ड्रोन का इस्तेमाल करें । उन्होंने कहा कि उनका इस्तेमाल जल निकायों की निगरानी के लिए भी किया जाना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि विजयवाड़ा में कुछ घरों को छोड़कर बिजली बहाल कर दी गई है। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि कोई संक्रामक बीमारी न फैले।

उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा शिविर जारी रखने और शेष पांच टावरों में दूरसंचार सिग्नल बहाल करने को कहा।

इस बीच, नायडू ने श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, काकीनाडा, एलुरु और पूर्वी गोदावरी जिलों के कलेक्टरों से बात की, जहां बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के प्रभाव में भारी बारिश हो रही है।

दिशा-निर्देश जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य जल निकायों के अलावा, एर्रा कलुवा (नहर) में की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव लगभग उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और कलिंगपट्टनम से लगभग 260 किलोमीटर पूर्व से उत्तर-पूर्व में समुद्र के उत्तर-पश्चिमी हिस्से पर केंद्रित है।

मौसम प्रणाली के अपनी तीव्रता बनाए रखने और ओडिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है, जो सोमवार देर रात धीरे-धीरे कमज़ोर होकर दबाव में बदल जाएगी।

गहरे दबाव के प्रभाव में, राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, खासकर उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश हो सकती है।

भाषा रंजन रंजन नरेश

नरेश

 

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