ठाणे (महाराष्ट्र), 16 नवंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के कार्यकाल को महाराष्ट्र के लिए ‘‘काला अध्याय’’ बताया और दावा किया कि यह भ्रष्टाचार और अक्षमता से भरा था।
वह 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में सत्तारूढ़ महायुति के प्रत्याशियों का प्रचार कर रहे थे।
शेखावत ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ने प्रमुख विकास परियोजनाओं को रोक दिया, जिससे महाराष्ट्र को दीर्घकालिक परिणामों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से गठबंधन तोड़कर और बनाकर एमवीए का गठन किया गया, उसने 2019 के जनादेश का अपमान किया है।’’
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री ने दावा किया कि एमवीए नियम के कारण मुंबई मेट्रो जैसी परियोजनाएं प्रभावित हुईं और राज्य को कोविड के दौरान वित्तीय कुप्रबंधन का सामना करना पड़ा।
उन्होंने विपक्षी गठबंधन को निशाना बनाने के लिए तत्कालीन गृह मंत्री की गिरफ्तारी का भी उल्लेख किया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘संवैधानिक मानदंडों की अवहेलना की गई, शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी 33 प्रतिशत तक बढ़ गई और भ्रष्टाचार व्याप्त हो गया।’’
जोधपुर से सांसद शेखावत ने कांग्रेस पर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपने चुनावी वादे पूरा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने महिलाओं को 3,000 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करने के आश्वासन को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और इसे ‘‘चुनावी हथकंडा’’ बताया।
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने तथा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए शेखावत ने कहा, ‘‘हम जो कहते हैं, वह करते हैं…यह चुनाव झूठे वादों और सिद्ध शासन के बीच चयन करने के बारे में है।’’
उन्होंने महाराष्ट्र में पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास के अवसरों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि भाजपा राज्य को विकास और समृद्धि के केंद्र में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाषा गोला रंजन
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