नागपुर, 24 सितंबर (भाषा) नागपुर ग्रामीण पुलिस ने मंगलवार को तीन लोगों की गिरफ्तारी के साथ नकली दवाओं के वितरण में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया।
अधिकारियों ने बताया कि विजय शैलेंद्र चौधरी को ठाणे के मीरा रोड इलाके से गिरफ्तार किया गया, जबकि रमन और रॉबिन तनेजा को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि यह गिरोह महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और हरियाणा में सक्रिय था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने लैब एवरटच बायो रेमेडीज और जिनक्स फार्माकॉन एलएलपी जैसी गैर-मौजूद फर्म के ब्रांड नामों के तहत सिप्रोफ्लोक्सासिन, लेवोफ्लोक्सासिन, एमोक्सिसिलिन, सेफिक्सिम और एजिथ्रोमाइसिन जैसी व्यापक रूप से निर्धारित चिकित्सा दवाओं के नकली संस्करण की आपूर्ति की।
गिरोह कथित तौर पर चौधरी के व्यवसाय कैबिस जेनेरिक हाउस के माध्यम से काम करता था, और फर्जी या बंद कंपनियों से संबंधित जाली दस्तावेज का उपयोग करके 15 करोड़ रुपये से अधिक कमाए थे।
नकली दवाओं की बिक्री का मामला पहली बार पिछले दिसंबर में तब प्रकाश में आया जब महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने नागपुर के निकट कलमेश्वर में एक प्रतिष्ठान में उपलब्ध सिप्रोफ्लोक्सासिन गोलियों की जांच की और पाया कि वे नकली हैं।
भाषा आशीष पवनेश
पवनेश
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