अकोला, आठ जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के जवान प्रवीण जांजल का अंतिम संस्कार सोमवार को अकोला में उनके पैतृक गांव मोरगांव भाकरे में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान उमड़ी भीड़ ने उनकी वीरता के नारे लगाए।
प्रवीण छह जुलाई को कुलगाम के फ्रिसल चिन्निगम इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान सैनिकों और आतंकवादियों के बीच हुई झड़प में शहीद हो गए थे।
जवान के पार्थिव शरीर को सेना की एक टुकड़ी द्वारा यहां लाया गया और सशस्त्र बलों और पुलिस के जवानों द्वारा उन्हें सलामी देने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों ने नारेबाजी के बीच पार्थिव शरीर पर पुष्पवर्षा की।
प्रवीण वर्ष 2019 में सेना में शामिल हुए और 2020 से राष्ट्रीय राइफल्स के साथ थे। एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें पहले मणिपुर में तैनात किया गया था और फिर चार महीने पहले कुलगाम जिले में तैनात किया गया था। अधिकारी ने बताया कि कुछ महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी।
भाषा संतोष माधव
माधव
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